ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Crime News: बिहार पुलिस की कस्टडी में युवक की मौत पर बवाल, लॉकअप में बेरहमी से पिटाई करने का आरोप Pitru Paksha 2025: गया जी ही नहीं, इन 7 पवित्र स्थानों पर भी किया जाता है पिंडदान; जान लें... पूरी डिटेल Financial Planning: सैलरी का एक हिस्सा बचत में लगाना क्यों है जरूरी, खासकर महिलाओं के लिए? Bihar News: यदि आपको भी लेना है 10 हज़ार रुपए का लाभ तो पूरी करनी होंगी यह शर्तें, यह महिलाएं रह सकती है वंचित Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच खूनी संघर्ष, मारपीट में तीन लोग घायल, दो की हालत नाजुक Bihar News: बिहार के सरकारी अस्पताल में इलाज के दौरान महिला की मौत पर हंगामा, डॉक्टरों पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप Patna News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिला रोजगार योजना पोर्टल का किया लॉन्च, अब ऑनलाइन हुआ आवेदन संभव OTA Gaya: सैन्य अधिकारी बने छह बिहारी युवा, OTA गया जी में 207 कैडेट्स ने ली शपथ Bihar Election: बिहार चुनाव से पहले सुरक्षा को लेकर तगड़े इंतजाम, एयर एम्बुलेंस के अलावा 90 हजार से ज्यादा सुरक्षा बलों की तैनाती Bihar News: गांधी सेतु हाईवे पर धू-धू कर जली कार, बड़ा हादसा टला

आज होलिका दहन का सही समय जानिए, कल मनेगी रंगों की होली

1st Bihar Published by: Updated Mon, 09 Mar 2020 07:24:33 AM IST

आज होलिका दहन का सही समय जानिए, कल मनेगी रंगों की होली

- फ़ोटो

PATNA : रंगों का त्योहार होली अब बस एक दिन के फासले पर सब का इंतजार कर रहा है। आज होलिका दहन है। फागुन मास की पूर्णिमा के दिन होलिका दहन की परंपरा रही है। धार्मिक जानकारों के मुताबिक आज शाम 6:57 से लेकर 7:43 मिनट के बीच होलिका दहन का शुभ मुहूर्त माना गया है। 


होलिका दहन के लिए शूल योग शाम 4:57 पर लगेगा। शूल योग लगने के 2 घंटे तक होलिका दहन नहीं की जा सकती है इसलिए शाम 6:57 से 7:43 के बीच होलिका दहन का शुभ मुहूर्त माना गया है। रात 11:27 के पहले होलिका दहन कर लेना होगा क्योंकि मंगलवार को होली खेली जाएगी। 


होलिका दहन के साथ ही होलाष्टक समाप्त हो जाएगा और सभी तरह के मांगलिक कार्य शुरू किए जा सकेंगे ऐसी मान्यता है कि होलिका दहन में नए अनाज की आहुति देनी चाहिए जो गेहूं चना की बालियां गन्ने में बांधकर होली का मैं इसे भूलने की परंपरा रही है लोग इस सप्ताह के तौर पर भी ग्रहण करते हैं बिहार में होलिका दहन के दौरान उपले और बेसन की बनाई बरी डालने की भी परंपरा रही है