7 बीघा जमीन के लिए पटना में बुजुर्ग महिला की गोली मारकर हत्या, दिनदहाड़े घर में घुसकर हथियाबंद 3 बदमाशों ने घटना को दिया अंजाम

7 बीघा जमीन के लिए पटना में बुजुर्ग महिला की गोली मारकर हत्या, दिनदहाड़े घर में घुसकर हथियाबंद 3 बदमाशों ने घटना को दिया अंजाम

PATNA: बिहार में जमीन विवाद का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। जमीन के चक्कर में हत्या की वारदात को अंजाम एक बार फिर दिया गया है। इस बार घर में घुसकर एक बुजुर्ग महिला को बदमाशों ने गोलियों से भून डाला। महिला को 6 गोली मारी गयी जिससे उसकी मौत हो गयी। मृतका मनोरमा देवी की बेटी ने बड़े बेटे और उसके ससुरालवालों पर मां की हत्या का आरोप लगाया है।


घटना पटना के गोपालपुर थाना क्षेत्र के इलाहीबाग प्रेम नगर की है जहां हथियार से लैस होकर तीन अपराधी मंगलवार की सुबह अचानक घर में घुसे और 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला मनोरमा देवी की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद तीनों अपराधी हथियार लहराते मौके से फरार हो गये। महिला के सिर और शरीर में छह गोलियां मारी गयी है। बताया जाता है कि 5 साल पहले भी मृतका मनोरमा देवी की पति की भी गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। 


मृतका की बेटी ने बताया कि जमीन के लिए मां की हत्या की गयी है। उसने बताया कि 13 साल से उनका छोटा भाई भी अचानक गायब हो गया था जिसकी अभी तक कोई अता-पता नहीं चल पाया है। छोटा भाई के लापता होने के बाद उसके पिता की हत्या कर दी गयी थी अब उनकी मां की घर में घुसकर हत्या कर दी गयी है। मृतका की बेटी ने मामले की जांच करने की गुहार पुलिस से लगाई है और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिये जाने की मांग की है। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आगे की कार्रवाई शुरू की। गोपालपुर थानेदार जावेद खान ने बताया कि अपराधियों की पहचान कर ली गई है। अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। 


बताया जाता है कि स्व. ईश्वचंद्र राय की पत्नी मृतका मनोरमा देवी के नाम से फुलवारीशरीफ के नया टोला में पुस्तैनी मकान और जमीन है। बड़े बेटे संजय से उनका संबंध ठीक नहीं था। बेटी ने आशंका जतायी है कि उसके बड़े भाई नशेड़ी संजय और ससुरालवालों ने ही मिलकर उनकी मां की हत्या करवाई है। क्योंकि जमीन के लिए वह मां बाबूजी की पिटाई किया करता था। इलाहीबाग में बने तीन मंजिला मकान में उनकी मां रह रही थी। मकान के पांच फ्लैट को किराए पर लगा रखा था। किराये के पैसे से वो अपना गुजारा चलाती थी।