PATNA : बच्चों के वैक्सीनेशन को लेकर केंद्र की आज राज्यों के साथ बैठक होने वाली है. बैठक में राज्यों के मुख्य सचिवों और चिकित्सा अधिकारियों को वैक्सीनेशन से संबंधित गाइडलाइन की जानकारी दी जा सकती है. यह बैठक केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की अध्यक्षता में होगी.
इससे पहले बिहार में बच्चों को वैक्सीन लगाने को लेकर क्या तैयारी है, इस सवाल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम जल्द ही इसको लेकर मीटिंग करने वाले हैं. सीएम नीतीश ने कहा कि यहां काम शुरू करने के बारे में बहुत जल्द ही मीटिंग करेंगे. सब कुछ सुचारू रूप से होगा.
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को घोषणा की थी कि अगले साल 3 जनवरी से 15 से 18 वर्ष की आयु के किशोरों के लिए वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया जाएगा. साथ ही 10 जनवरी से 60 साल से अधिक उम्र के लोगों के साथ-साथ स्वास्थ्य देखभाल और फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को डॉक्टरों की सलाह पर कोरोना की तीसरी लहर से बचने के लिए बूस्टर डोज लगाई जाएगी.
इधर, प्रधानमंत्री के आदेश के बाद बिहार स्वास्थ्य विभाग कार्ययोजना बनाने में जुट गया है. इस आयु वर्ग के किशोरों की सही संख्या की जानकारी प्राप्त करने के लिए विभाग ने दो स्तर से कवायद कर रहा है. राज्य स्वास्थ्य समिति की ओर से जिलों को एक पत्र जारी किया गया है, जिसमें 2004 से 2006 के बीच पैदा हुए बच्चों का विवरण मांगने की तैयारी है. टीकाकरण से संबंधित गाइडलाइन मिलने और बच्चों का आंकड़ा प्राप्त होते ही किशोरों का टीकाकरण शुरू हो जाएगा.
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि तीन जनवरी से 15 साल से 18 वर्ष के किशोरों तथा 10 जनवरी से फ्रंटलाइन, हेल्थ वर्कर और 60 साल से ऊपर के बीमार बुजुर्गों को डाक्टर की सलाह पर बुस्टर डोज देने के लिए हमारी पूरी तैयारी है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग विस्तृत कार्ययोजना बना रहा है.
गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए सोमवार को नई गाइडलाइंस जारी कर दी गई है. इसके मुताबिक 15 से 18 साल की उम्र के किशोरों के लिए शुरू होने वाले टीकाकरण के लिए सिर्फ 'कोवैक्सीन' वैक्सीन का ही विकल्प होगा. दिशानिर्देशों के अनुसार, “15 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोग CoWIN पर पंजीकरण कर सकेंगे. वर्ष 2007 या उससे पहले जन्म लेने वाले वैक्सीन लगाने के पात्र होंगे.