DESK : आज से सावन की शुरुआत हो गई है. इस पावन महीने की शुरुआत उत्तराषाढ़ा नक्षत्र और वैधृति योग में हो रही है . सावन का महीना इस बार 29 दिन तक रहेगा और इन 29 दिनों में 5 सोमवार पड़ने वाला है. ऐसा संयोग 3 साल पहले 2017 में भी बना था. ज्योतिष के अनुसार ऐसा शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि के क्षय होने के कारण हो रहा है . राशि अनुसार भी स्थितियां शुभ रहने वाली है.
इस सावन में, बृहस्पति ग्रह अपने ही राशि में रहने वाला है साथ ही चंद्रमा के मकर राशि में रहने के कारण सावन में 25 से ज्यादा शुभ योग बन रहे हैं जिसमें कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है. इसमें 11 सर्वार्थसिद्धि, 3 अमृतसिद्धि और 12 दिन रवियोग बन रहे हैं. माना जाता है कि इन शुभ योग में की गई भगवान शिव की पूजा विशेष फल दाई होती है. इन शुभ योग में भगवान शिव की पूजा- अर्चना करने से हर मनोकामना की पूर्ति होती है.
श्रावण कृष्ण पक्ष प्रतिपदा की शुरुआत 5 जुलाई रविवार को सुबह 10.15 से हो गई है , जो सोमवार को सुबह 9.25 तक रहेगी. सोमवार को प्रतिपदा उदयातिथि में होने के कारण सावन की शुरुआत सोमवार से ही मानी जाएगी. 20 जुलाई को सोमवती व हरियाली अमावस्या है वहीं सावन के आखरी सोमवार 3 अगस्त को रक्षाबंधन है. 10 जुलाई को मोनी पंचमी, 14 जुलाई को मंगला गौरी व्रत, 16 जुलाई को एकादशी, 18 जुलाई को प्रदोष, 20 जुलाई को हरियाली अमावस्या, सोमवती अमावस्या, 23 जुलाई को हरियाली तीज के साथ ही 25 जुलाई को नागपंचमी और 3 अगस्त को रक्षाबंधन मनाया जाएगा.
इन पांच सोमवार में से तीन सोमवार कृष्णपक्ष में और दो शुक्लपक्ष में पड़ने वाला है. हिंदू धर्म ग्रन्थ के अनुसार सावन के हर सोमवार को विधि-विधान से पूजा अर्चना करने से जीवन में आ रही तमाम तरह की मुश्किलों से निजात मिल सकती है. साथ ही कई गंभीर बीमारियों से छुटकारा भी मिल सकता है.