क्या यही सुशासन है? 10 दिन पहले एफसीआई कर्मी को गोली मारी, अब पर्चा चिपका कर मांगी रंगदारी

क्या यही सुशासन है? 10 दिन पहले एफसीआई कर्मी को गोली मारी, अब पर्चा चिपका कर मांगी रंगदारी

PATNA : बिहार में पुलिस का खौफ अपराधियों के ऊपर से किस कदर खत्म हो चुका है इसका अंदाजा बखूबी मोकामा कि इस घटना से लगाया जा सकता है. 10 दिन पहले घोसवारी थाने के रामनगर में एफसीआई कर्मचारी को अपराधियों ने गोली मारी थी.गंभीर रुप से घायल सरयुग  महतो का अभी भी इलाज चल रहा है. पुलिस अपराधियों तक तो नहीं पहुंच पाई लेकिन अपराधियों ने अब एफसीआई कर्मी के दरवाजे पर पर्चा लगा कर एक बार फिर रंगदारी मांगी है.

शनिवार की देर रात पर्चा साट कर 5 लाख रंगदारी की मांग की गई है और इसे जल्द ही पूरा करने का अल्टीमेटम भी दिया गया है. रविवार की सुबह जब परिवार जागा तो देखा कि अपराधियों ने फिर से रंगदारी की मांग की है. इसके  साथ ही रंगदारी नहीं देने पर अब बेटे की हत्या करने की बात कही है. जिसके बाद पीड़ित के घर में दहशत का माहौल है. पीड़ित परिवार पर्चा लेकर थाने पहुंचा और पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई है. 

बता दें कि इस से पहले भी परिवार से रंगदारी मांगी गई थी और मांग पूरी नहीं होने पर 10 दिन पहले बथान में सो रहे एफसीआई कर्मी को गोली मार दी गई थी. वही एक साल पहले अपराधियों ने एफसीआई कर्मी के पोते को उठा लिया था.