Hydrogen Train: देश की पहली हाइड्रोजन-संचालित ट्रेन बनकर तैयार, यहां बनेगा ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट; जानिए.. क्या है खासियत?

भारतीय रेलवे ने देश की पहली हाइड्रोजन-संचालित ट्रेन-सेट का निर्माण पूरा कर लिया है। 10 कोच वाली यह स्वदेशी और पर्यावरण-अनुकूल ट्रेन दुनिया की सबसे लंबी और सबसे शक्तिशाली हाइड्रोजन ट्रेन होगी।

1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Thu, 11 Dec 2025 01:18:46 PM IST

Hydrogen Train

प्रतिकात्मक - फ़ोटो Google

Hydrogen Train: भारतीय रेलवे ने देश की पहली हाइड्रोजन-संचालित ट्रेन चलाने की दिशा में एक बड़ा कदम बढ़ाया है। केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में लिखित जवाब देते हुए जानकारी दी कि भारत की पहली हाइड्रोजन ट्रेन-सेट का निर्माण पूरा हो चुका है। यह ट्रेन-सेट रिसर्च, डिजाइन एंड स्टैंडर्ड्स ऑर्गनाइजेशन (RDSO) द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार विकसित किया गया है।


रेल मंत्री ने बताया कि हाइड्रोजन ट्रेन के संचालन के लिए आवश्यक ईंधन की आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु हरियाणा के जींद में इलेक्ट्रोलिसिस आधारित ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन प्लांट भी स्थापित किया जा रहा है।


उन्होंने कहा कि यह ट्रेन-सेट दुनिया की सबसे लंबी (10 कोच) और ब्रॉड गेज पर चलने वाली सबसे शक्तिशाली (2400 kW) हाइड्रोजन-संचालित ट्रेन होगी। इस ट्रेन-सेट में दो ड्राइविंग पावर कार (DPC) हैं, जिनकी क्षमता 1200 kW प्रति पावर कार है, यानी कुल क्षमता 2400 kW। इसके अलावा, ट्रेन में आठ पैसेंजर कोच लगाए गए हैं।


पूरी तरह स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित इस ट्रेन में पर्यावरण-अनुकूल तकनीक का उपयोग किया गया है। हाइड्रोजन-संचालित होने के कारण यह ट्रेन जीरो कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन करती है और इसका एकमात्र उत्सर्जन जलवाष्प है। रेल मंत्री ने इसे भारतीय रेल की "नेक्स्ट जेनरेशन रेलवे फ्यूल टेक्नोलॉजी" की दिशा में एक बड़ी छलांग बताया।


अश्विनी वैष्णव ने कहा कि परियोजना अपनी प्रकृति में पायलट प्रोजेक्ट है। इसलिए निर्माण से लेकर प्रोटोटाइप विकास और हाइड्रोजन ट्रैक्शन तकनीक के परीक्षण तक, यह भारतीय रेलवे का पहला व्यापक प्रयास है। ऐसे में इसकी लागत की तुलना पारंपरिक ट्रैक्शन प्रणालियों से करना उचित नहीं होगा।