बिहार विधानसभा चुनाव 2025: HAM की 243 सीटों पर तैयारी, मंत्री संतोष सुमन बोले..NDA की होगी भारी जीत BIHAR: जमुई में वंदे भारत ट्रेन से कटकर युवक की मौत, 10 घंटे तक ट्रैक पर पड़ा रहा शव मुजफ्फरपुर में गल्ला व्यापारी लूटकांड का खुलासा, सीसीटीवी फुटेज से खुला राज गोपालगंज डीएम ने सबेया एयरपोर्ट कार्यों में तेजी के दिए निर्देश, नियमित समीक्षा का ऐलान Akshay Kumar की अगली 5 फ़िल्में, हर एक पर लिखा है 'ब्लॉकबस्टर मैटेरियल' Shreyas Iyer: कप्तानी को लेकर श्रेयस अय्यर का बड़ा बयान, IPL ख़त्म होने के बाद पहली बार खुलकर बोले प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम पद नहीं मांगा, बल्कि 2015 में नीतीश कुमार की कुर्सी बचाई थी: जन सुराज के महासचिव ने जेडीयू MLC को दिया करारा जवाब Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात Patna News: पटना में बिहार का पहला डबल डेकर पुल बनकर तैयार, सीएम नीतीश इस दिन देंगे बड़ी सौगात 8 साल बाद सर्किल रेट बढ़ने से अयोध्या में महंगी हुई जमीन: अब बिहार में हो रही यह चर्चा
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 28 Feb 2025 04:12:23 PM IST
Sensex - फ़ोटो Social Media
आज, यानी 28 फरवरी 2025, शुक्रवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स 1,414 अंकों (1.90%) की गिरावट के साथ 73,198 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी भी 420 अंक (1.86%) गिरकर 22,124 के स्तर पर आकर थम गया।
बीएसई स्मॉल कैप इंडेक्स में 1,028 अंक (2.33%) की गिरावट आई, जो 43,082 के स्तर पर बंद हुआ। मिड कैप इंडेक्स भी पीछे नहीं रहा और इसमें 853 अंक (2.16%) की गिरावट दर्ज की गई, जिससे यह 38,592 के स्तर पर बंद हुआ। यह गिरावट बाजार के व्यापक मिजाज को दर्शाती है, जिसमें बड़े और छोटे कंपनियों के शेयर समान रूप से दबाव में आ गए हैं।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 29 शेयरों में गिरावट देखी गई, सिर्फ एक HDFC बैंक के शेयर में मामूली तेजी आई। वहीं, निफ्टी के 50 शेयरों में से 45 में गिरावट आई, जबकि केवल 5 शेयरों में तेजी आई। यह गिरावट बाजार की अस्थिरता को और गहरा करती है और निवेशकों को भविष्य में अधिक सतर्क रहने की सलाह देती है।
आज का बाजार दिन पूरी तरह से लाल निशान में रहा, क्योंकि NSE के सभी सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट आई। सबसे ज्यादा गिरावट निफ्टी IT में 4.18%, ऑटो में 3.92%, मीडिया में 3.48%, सरकारी बैंकों में 2.83% और मेटल में 1.39% रही। इसके अलावा, फार्मा, बैंकिंग, FMCG और फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर में भी 2% तक की गिरावट देखने को मिली।