Parbatta Assembly : परबत्ता में जनसभा के दौरान कुर्सी टूटी, मंच पर चिराग और देवेंद्र फड़णवीस गिरे धड़ाम! Bihar Election 2025: बिहार पहुंचकर महागठबंधन पर बरसे मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव, कर दिया यह बड़ा दावा Bihar Election 2025: बिहार पहुंचकर महागठबंधन पर बरसे मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव, कर दिया यह बड़ा दावा Anant Singh : अनंत सिंह के जेल जाने के बाद अब मोकामा में 'ललन बाबु' संभालेंगे कमान, बदल जाएगा मोकामा का समीकरण Bihar Crime News: बिहार में चुनावी तैयारियों के बीच कांग्रेस उम्मीदवार के घर पुलिस की रेड, जानिए.. क्या है पूरा मामला? ANANT SINGH : CJM कोर्ट में पेशी के बाद बेउर जेल रवाना हुए अनंत सिंह, 14 दिन के न्यायिक हिरासत में भेजे गए 'छोटे सरकार' NEET Exam: भारत में मेडिकल एजुकेशन में बड़ा बदलाव, NEET नहीं...अब यह परीक्षा बदलेगी डॉक्टर बनने की पूरी प्रक्रिया; जानें डिटेल Anant Singh : अनंत सिंह को कोर्ट में पेश करने के लिए रवाना हुई बिहार पुलिस, दो अन्य आरोपी के साथ CJM के सामने होगी पेशी Anant Singh: अनंत सिंह के गिरफ्तार होते ही चर्चा में आए दोनों जुड़वा बेटे, जानिए कहां तक की है पढ़ाई और चुनाव लड़ने को लेकर क्या है विचार? Bihar Politics: बेगूसराय में राहुल गांधी, कन्हैया कुमार और मुकेश सहनी ने पोखर में लगाई छलांग, मछुआरों के साथ पकड़ने लगे मछलियां
1st Bihar Published by: KHUSHBOO GUPTA Updated Tue, 08 Apr 2025 09:43:23 AM IST
ट्रंप के टैरिफ से टेंशन में आए बिहार के किसान - फ़ोटो google
Trump Tariff: अमेरिका में दूसरे देशों से आने वाले सामानों पर बढ़ाए गए टैक्स यानी ट्रंप के टैरिफ की वजह से बिहार के किसान टेशन में आ गये हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वार का असर बिहार पर भी दिखेगा। किसान और व्यापारी दोनों अमेरिकी फैसले से डरे हुए हैं। व्यापारियों का कहना है कि मखाना, लीची, आम और हल्दी जैसे मसालों के निर्यात पर नए टैरिफ का असर होगा।
दरअसल बिहार से बड़े पैमाने पर मखाना, हल्दी, लीची, आम जैसे उत्पादों का अमेरिका में निर्यात होता है। ट्रंफ के टैरिफ से इन चीजों की कीमतों में वहां इजाफा होगा। जिससे निश्चित रूप से इसका असर अमेरिका में इनके बाजार पर पड़ेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत से हर साल लगभग 600 टन मखाना अमेरिका निर्यात होता है। टैरिफ में बढ़ोतरी के बाद मखाना की कीमतों में उछाल आएगा। दाम बढ़ने के कारण वहां के बादाम और अखरोट से प्रतिस्पर्धा में यह पीछे रह सकता है और लोकप्रिय रहने के बावजूद अमेरिकी बाजार में मखाना अपनी पकड़ को खो सकता है।
आपको बता दें कि बिहार से बड़े पैमाने पर जर्दालु और मालदा आम और मुजफ्फरपुर की लीची का अमेरिका में निर्यात होता है। किसानों और व्यापारियों को डर है कि मांग घटने पर निर्यात भी घट जाएगा। जिससे भारतीय आपूर्तिकर्ताओं को लागत में कटौती या वैकल्पिक बाजार की तलाश करनी पड़ सकती है।