1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 21 Dec 2025 12:26:09 PM IST
पटना न्यूज - फ़ोटो GOOGLE
Patna News: सोशल मीडिया और रील्स का बढ़ता क्रेज अब पारिवारिक रिश्तों पर भी असर डालने लगा है। बिहार की राजधानी पटना से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां रील्स बनाने को लेकर पति-पत्नी के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि शादी के महज छह महीने बाद ही रिश्ता टूटने के कगार पर पहुंच गया। यह मामला पटना के जानीपुर थाना क्षेत्र के नौबतपुर इलाके का है, जहां पति-पत्नी का विवाद अब बिहार राज्य महिला आयोग तक पहुंच चुका है।
जानकारी के अनुसार, दोनों की शादी इस साल मई महीने में परिवार की रजामंदी से हुई थी। सगाई के दौरान ही युवक को यह जानकारी मिल गई थी कि उसकी होने वाली पत्नी सोशल मीडिया पर रील्स बनाती है। युवक ने तब ही यह शर्त रखी थी कि शादी के बाद वह रील्स बनाना छोड़ देगी, क्योंकि गांव-समाज में इसे ठीक नहीं माना जाता। पति को खासतौर पर इस बात से आपत्ति थी कि पत्नी भोजपुरी गानों पर रील्स बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करती है।
शादी के कुछ महीनों बाद विवाद तब बढ़ गया जब पत्नी के रील्स पर आने वाले कमेंट्स और कॉल्स से पति असहज महसूस करने लगा। पति का आरोप है कि कई लोग उसे फोन कर पत्नी की निजी जिंदगी से जुड़े सवाल पूछते थे। कुछ लोग तो यहां तक पूछने लगे कि सुहागरात कैसी रही, जिससे वह मानसिक रूप से परेशान हो गया। गुस्से में आकर पति ने पत्नी का मोबाइल फोन छीन लिया और साफ कह दिया कि वह अब उसे फोन नहीं देगा।
वहीं पत्नी का कहना है कि उसके सोशल मीडिया पर करीब 50 हजार फॉलोअर्स हैं और रील्स बनाना उसकी पसंद ही नहीं बल्कि कमाई का जरिया भी है। पत्नी ने स्पष्ट कहा कि वह पति को छोड़ सकती है, लेकिन मोबाइल और रील्स बनाना नहीं छोड़ेगी। उसका कहना है कि सोशल मीडिया पर कमेंट्स आते हैं तो आने दो, इससे उसे कोई फर्क नहीं पड़ता।
पति का दावा है कि उसने पत्नी को कई बार समझाया कि यदि रील्स बनानी ही है तो वह कॉमेडी या पारिवारिक कंटेंट बनाए, लेकिन भोजपुरी गानों पर वीडियो पोस्ट न करे। उसने यहां तक कहा कि यदि पत्नी इस तरह के कंटेंट बनाएगी तो वह उसका पूरा सहयोग करेगा, लेकिन पत्नी अपनी जिद पर अड़ी रही।
मामला जब बिहार राज्य महिला आयोग पहुंचा तो शुरुआती आवेदन में महिला ने दहेज उत्पीड़न का आरोप लगाया। हालांकि, आयोग की सदस्य शीला टुड्डू ने बताया कि काउंसलिंग के दौरान यह स्पष्ट हो गया कि विवाद दहेज का नहीं, बल्कि पूरी तरह से रील्स और सोशल मीडिया उपयोग को लेकर है। आयोग की टीम ने दोनों पक्षों की काउंसलिंग की, जिसके बाद पत्नी ने कुछ शर्तों के साथ पति की बात मानने पर सहमति जताई।
महिला आयोग में दोनों के बीच आपसी समझौता कराया गया है। आयोग ने पति को निर्देश दिया है कि चूंकि पत्नी के पास फिलहाल मोबाइल नहीं है, इसलिए वह हर दूसरे दिन उसे उसकी मां से बात जरूर करवाए। मामले की अगली सुनवाई 28 जनवरी को निर्धारित की गई है। फिलहाल आयोग की कोशिश है कि आपसी समझ से इस रिश्ते को बचाया जा सके।