Bihar News: बिहार चुनाव से पहले नीतीश सरकार की बड़ी सौगात, छठ-दिवाली पर चलेंगी करीब 3 सौ अंतर्राज्यीय बसें

Bihar News:Bihar News:आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश सरकार की सरकार राज्यवासियों को एक के बाद एक सौगात देने में जुट गई है. अब सरकार ने पर्व-त्योहारों के दौरान घर लौटने वाले प्रवासी बिहारियों की सुविधा के लिए बड़ा फैसला लिया है.

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 26 Jun 2025 09:19:04 AM IST

Bihar News

बिहार न्यूज - फ़ोटो GOOGLE

Bihar News:आगामी बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश सरकार की सरकार राज्यवासियों को एक के बाद एक सौगात देने में जुट गई है। अब सरकार ने पर्व-त्योहारों के दौरान घर लौटने वाले प्रवासी बिहारियों की सुविधा के लिए बड़ा फैसला लिया है। नीतीश कुमार ने गुरुवार को X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है। 


मुख्यामंत्री ने अपने पोस्ट में लिखा है कि "बिहार के लोग विभिन्न पर्व-त्योहारों खासकर छठ, होली, दीपावली एवं दुर्गा पूजा के अवसर पर काफी संख्या में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल से घर आते हैं। पर्व-त्योहारों के अवसर पर बिहार आने में लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बिहार आने वाले लोगों की यात्रा को सुगम बनाने तथा उनकी सहूलियत के लिए हमारी सरकार लगातार प्रयासरत है। इसी कड़ी में बिहार से जुड़े अंतर्राज्यीय मार्गों पर राज्य सरकार 299 ए॰सी॰ एवं नॉन ए॰सी॰ बसों का परिचालन कराने जा रही है। 24 जून 2025 को हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में इसे स्वीकृति दे दी गई है। राज्य सरकार 75 वातानुकूलित और 74 डीलक्स बसों की खरीद पर 105.82 करोड़ रुपए खर्च करेगी। साथ ही लोक निजी भागीदारी के अन्तर्गत भी 150 अतिरिक्त ए॰सी॰ बसों का परिचालन कराया जाएगा। राज्य सरकार पर्व-त्योहारों खासकर छठ, होली, दीपावली एवं दुर्गा पूजा के अवसर पर केंद्र सरकार से भी और अधिक विशेष ट्रेन चलाने का अनुरोध करेगी। इससे पर्व-त्योहारों के समय लोगों को अब बिहार आने में सहूलियत होगी और वे सुविधापूर्वक अपने घर पहुंच सकेंगे।"


इस फैसले को चुनाव से पहले लोकलुभावन योजना के रूप में देखा जा रहा है। नीतीश सरकार हाल के महीनों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और परिवहन के क्षेत्र में कई घोषणाएं कर चुकी है। अब त्योहारी सीजन को देखते हुए यह कदम प्रवासी बिहारी मतदाताओं को साधने की रणनीति के रूप में भी देखा जा रहा है।


वहीं, नीतीश कुमार अपनी छवि को मजबूत करने और लोगों का भरोसा फिर से जीतने के लिए ज़मीनी मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। वहीं विपक्ष इस योजना को चुनावी स्टंट बताकर इसकी आलोचना कर सकता है।