ब्रेकिंग न्यूज़

महागठबंधन में नहीं सुलझ पाया है सीट बंटवारे का फार्मला,कांग्रेस ने जारी की कैंडिडेट के नाम की पहली लिस्ट, इतने नेता शामिल AIMIM में टिकट बंटवारे को लेकर बवाल, प्रदेश अध्यक्ष पर टिकट बेचने का गंभीर आरोप BIHAR ELECTION 2025: बेतिया में कांग्रेस के खिलाफ अल्पसंख्यक समुदाय का विरोध, टिकट बंटवारे में अनदेखी का आरोप BIHAR ELECTION 2025: बड़हरा से RJD ने रामबाबू सिंह पर जताया भरोसा, सिंबल मिलते ही क्षेत्र में जश्न Patna Crime News: बिहार में चुनावी तैयारियों के बीच पटना से JDU नेता अरेस्ट, इस मामले में हुई गिरफ्तारी Patna Crime News: बिहार में चुनावी तैयारियों के बीच पटना से JDU नेता अरेस्ट, इस मामले में हुई गिरफ्तारी Bihar Election 2025: पूर्व IPS शिवदीप लांडे ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर दाखिल किया नामांकन, बिहार चुनाव में दिखाएंगे ताकत Bihar Election 2025: पूर्व IPS शिवदीप लांडे ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर दाखिल किया नामांकन, बिहार चुनाव में दिखाएंगे ताकत Bihar Election 2025: बिहार की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, RLJP चीफ पशुपति पारस का बड़ा एलान Bihar Election 2025: बिहार की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, RLJP चीफ पशुपति पारस का बड़ा एलान

वसूली के आरोप में पुलिस का दो जवान अरेस्ट, झूठे शराब केस में फंसाने की धमकी दे ऐंठे थे रुपये

वसूली के आरोप में पुलिस का दो जवान अरेस्ट, झूठे शराब केस में फंसाने की धमकी दे ऐंठे थे रुपये

20-Feb-2020 09:38 AM

By RAMESH RAI

SAMASTIPUR: जब बिहार के पुलिस महकमे के मुखिया डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने यह कहा कि बिना थानेदार की मिलीभगत से एक बोतल शराब की बिक्री भी सम्भव नहीं तो इस बयान के बाद विभाग में हड़कंप मच गया. 

पुलिस संगठन द्वारा उनके इस बयान की आलोचना भी खूब हुई. लेकिन समस्तीपुर में हुई एक घटना से डीजीपी के बयान की सच्चाई सामने आ रही है. समस्तीपुर में पुलिस अपराधियों पर  लगाम लगाने की बजाय निर्दोष लोगों को शराब के नाम पर फंसाने और फिर उनसे अवैध वसूली में लगी है.

यह बात हम नहीं कह रहे है बल्कि खुद समस्तीपुर के पुलिस कप्तान ने ही अपने जांच में सही पाया है. फिलहाल नगर थाना में पदस्थापित एक होमगार्ड जवान विजय कुमार सिंह जो थाना के सरकारी वाहन का चालक है और राम प्रवेश सहनी  को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. जबकि इस मामले में 3 अन्य पुलिसकर्मियों की संलिप्तता भी सामने आई है, जिनपर कार्रवाई की प्रशासनिक तैयारी की जा रही है. 

जानकारी के मुताबिक प्रशांत कुमार नामक शख्स मंगलवार की रात पंजाब से ट्रेन से वापस अपने घर बेगूसराय जाने के लिए  समस्तीपुर रेलवे स्टेशन पर उतरा और ई-रिक्शा से बस स्टैंड के लिए चला. रास्ते में ही एक दूसरा यात्री भी उसी रिक्शे पर बैठा. कुछ दूर आगे ही बाजार में पुलिस की गाड़ी जांच कर रही थी. रिक्शे पर बैठा दूसरा शख्स बैग छोड़कर भाग गया. पुलिस वालों ने जब जांच किया तो दोनों बैग में शराब की बोतल थी. इसके बाद पुलिस ने निर्दोष प्रशांत को पकड़ लिया. प्रशांत बार बार अपना पहचानपत्र और रेलवे का टिकट दिखाकर बताता रहा कि वह निर्दोष है लेकिन किसी पुलिसकर्मी ने उसकी नहीं सुनी और बेरहमी से खूब पिटाई की. फिर पुलिस जीप पर ही बैठाकर रात भर घुमाते रहे. छोड़ने के एवज में 50 हजार की मांग की. जिसके बाद युवक ने अपने एक रिश्तेदार को बुलाया और कुछ पैसे जमा करके बाकी की गारंटी पर उसे छोड़ा गया. बाकी के पैसे नहीं देने पर पुलिस वालों ने दूसरे केस में फंसाने की धमकी दी. उसके बाद चालक विजय सिंह के मोबाइल से कई बार प्रशांत को फोन कर बाकी के पैसे की मांग की गई. जिसके बाद युवक ने एसपी को लिखित आवेदन दिया. मामले की गोपनीय जांच की गयी तो मामला सही पाया गया. नगर थाना में ही इस मामले की एफआईआर दर्ज की गई है. बाकी पुलिसवालों के खिलाफ भी जांच चल रही है.