BIHAR: ट्रेन हादसे में पैर गंवाने वाले शिवम को मिला नया जीवन, समाजसेवी अजय सिंह ने दिलाया कृत्रिम पैर और नौकरी हजारीबाग डाक मंडल बना देश का नंबर 1, डाक जीवन बीमा में एक दिन में 5 करोड़ से अधिक प्रीमियम डिपॉजिट बेगूसराय में युवक की निर्मम हत्या: चाकू से गोदा, गोली मारी, प्रेम प्रसंग में मर्डर की आशंका डाईआर्च ग्रुप ने दिल्ली में खोला नया ऑफिस, Real Estate से लेकर FMCG सेक्टर तक का विस्तार Bihar Teacher News: बिहार के सरकारी प्लस-2 विद्यालयों में नए बहाल 5728 प्रधानाध्यापकों की हुई पदस्थापन, लिस्ट..... Life Style: सावन में क्यों नहीं खानी चाहिए कढ़ी और साग? जानिए... सही कारण Bihar Elections: इस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे पवन सिंह? सुपरस्टार के संकेत से सियासी हलचल तेज Sawan 2025: बिहार के 5 प्रमुख कांवर रुट, जहां मिलती है श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ Manrega Yojna Bihar: एक दर्जन से अधिक पंचायत सेवकों पर फर्जीवाड़े का आरोप, अब होगी कार्रवाई Cricket: टेस्ट में भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज, टॉप 3 में इंग्लैंड के 2 बल्लेबाज शामिल
15-Mar-2022 07:38 AM
PATNA : विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में जो बर्ताव किया उसके बाद एनडीए की गांठ खुलकर सामने आ चुकी है। बीजेपी और जेडीयू कितनी तल्खी के साथ गठबंधन को चला रहे हैं, अब यह बात जगजाहिर हो चुकी है। लेकिन स्पीकर के साथ हुए बर्ताव को लेकर बीजेपी नेतृत्व ने अब तक चुप्पी साध रखी है। हालांकि पार्टी के नेता और कार्यकर्ता खुलकर कहने लगे हैं कि ऐसी सरकार रहने से बेहतर है कि सड़क पर उतरकर संघर्ष किया जाए और बीजेपी को अपने दम पर बिहार की सत्ता में लाया जाए। दरअसल विजय कुमार सिन्हा के साथ सदन में नीतीश कुमार ने जिस तरह का बर्ताव किया उससे भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं में खासा आक्रोश व्याप्त है।
बिहार से ताल्लुक रखने वाले बीजेपी के केंद्रीय पदाधिकारियों और साथ ही साथ प्रदेश स्तर में सक्रिय नेता भले ही आधिकारिक तौर पर कोई बयान नहीं दे रहे हो लेकिन सोशल मीडिया के जरिए वह जमकर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे संतोष रंजन राय ने सोशल मीडिया के जरिए ऐसे ही बात लिखी। उन्होंने लिखा कि ऐसी सरकार रहने से बेहतर है कि सड़क पर उतरकर संघर्ष किया जाए। इसके अलावे सोशल मीडिया पर विजय कुमार सिन्हा के समर्थन में लिखने वाले बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं की भरमार है हालांकि उनकी सक्रियता सदन में हुए प्रकरण के तुरंत बाद नहीं देखी गई थी लेकिन जनता दल यूनाइटेड ने जिस तरह विजय सिन्हा को दोषी ठहराने का प्रयास किया। उसके बाद बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता भी एक्टिव हो गए। कुल मिलाकर कहें तो जेडीयू और बीजेपी के नेताओं के बीच इस सोशल मीडिया पर एक अलग जंग छिड़ी हुई है।