Bihar Election 2025: शुभ मंगल सावधान: आज घोषित होंगे पीके के रणबाकुरों के नाम, जानें किसे मिल सकती है अहम जगह Cricketers Income: खिलाड़ी सिर्फ क्रिकेट नहीं, हर गियर से भी बनाते हैं करोड़ों का स्कोर, जानिए कैसे? Patna News: आचार संहिता लागू होते ही पटना पुलिस की बड़ी कार्रवाई, गाड़ी से लाखों कैश रुपये बरामद Chhath Puja: घाटों पर छठ की तैयारी शुरू, बढ़ते जलस्तर को लेकर प्रशासन सतर्क Bihar News: केंद्र ने बाइपास परियोजनाओं के लिए बड़ी शर्त, बिहार सरकार पर बढ़ा बोझ पप्पू यादव ने पीएम मोदी पर बोला हमला, कहा..घुसपैठियों की लिस्ट जारी करें प्रधानमंत्री बिहार विधानसभा चुनाव 2025: इस दिन जारी होगी जन सुराज पार्टी के प्रत्याशियों की पहली लिस्ट, प्रशांत किशोर करेंगे नाम की घोषणा बिहार विधानसभा चुनाव 2025: इस दिन जारी होगी जन सुराज पार्टी के प्रत्याशियों की पहली लिस्ट, प्रशांत किशोर करेंगे नाम की घोषणा Bihar Election 2025: बिहार चुनाव को लेकर एक्टिव मोड में अरवल जिला प्रशासन, डीएम-एसपी ने लिया तैयारियों का जायजा Bihar Politics: ‘महागठबंधन में सबकुछ तय, जल्द होगी सीटों की घोषणा’ सीट शेयरिंग पर मुकेश सहनी का बड़ा दावा
13-Jan-2022 10:34 PM
KAHAGARIA: शराब के नाम पर बिहार में सामने आ रहे पुलिसिया कारनामों की फेहरिश्त में एक और काला पन्ना जुड़ गया है। खगड़िया में बूढी गंडक नदी में आज 60 साल के ईश्वर यादव का शव मिला। ईश्वर यादव ने दो दिन पहले गंडक नदी में छलांग लगा दी थी। उनके परिजन चीख चीख कर कह रहे हैं कि पुलिस ने शराब पकड़ने के लिए कुत्ता दौड़ाया था। उसी कुत्ते से घबराकर ईश्वर यादव ने नदी में छलांग लगा दी थी। हालांकि पुलिस इस आरोप को बेबुनियाद करार दे रही है।
खगड़िया के नगर थाना क्षेत्र के दान नगर के पास बूढ़ी गंडक नदी में डूबे वृद्ध का शव गुरुवार को दोपहर में बरामद किया गया. वृद्ध ईश्वर यादव 2 दिन पहले गंडक नदी में डूबे थे. उनके डूबने की खबर मिलने के बाद SDRF गंडक नदी में तलाशी कर रही थी. गुरूवार को शव मिला, जिसकी पहचान दान नगर के बुकर यादव के 60 वर्षीय बेटे ईश्वर यादव के रूप में की गयी है.
परिजन बोले-पुलिस के कारण हुई मौत
ईश्वर यादव का शव मिलने के बाद उनके परिवार में कोहराम मचा है. घर के लोगों ने बताया कि उन्होंने मंगलवार को ही गंडक नदी में छलांग लगा दी थी. उसके बाद से उनकी तलाश की जा रही थी. परिजनों ने बताया कि मंगलवार को पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम शराब पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही थी. पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम अपने साथ कुत्ते को लेकर आयी थी. उस कुत्ते को खुला छोड दिया गया. खतरनाक कुत्ते से घबराकर ईश्वर यादव ने नदी में छलांग लगा दी थी.
हम आपकों बता दें कि नीतीश सरकार ने शराब पकड़ने के लिए कुत्तो को ट्रेंड कराया है. कुत्तों को खास तौर पर ट्रेनिंग दिलायी गयी है कि वह सूंघ कर शराब का पता लगा ले. इन कुत्तों का उपयोग शराब पकड़ने के लिए की जाने वाली छापेमारियों में किया जा रहा है.
पुलिस बोली-आरोप गलत
उधर खगडिया पुलिस ईश्वर यादव के परिजनों के आरोपों को गलत करार दे रही है. उत्पाद विभाग और खग़ड़िया नगर थाना पुलिस का कहना है कि ऐसी कोई छापेमारी ही नहीं हुई थी. जबकि उस इलाके के लोग कह रहे हैं कि मंगलवार को पुलिस कुत्ते के साथ छापेमारी के लिए आय़ी थी. लेकिन खगडिया नगर थाना के थानेदार रामस्वार्थ पासवान ने दावा किया है कि पुलिस उस दिन किसी भी तरह की छापेमारी के लिए दान नगर नहीं गई थी. थानेदार ने कहा कि पुलिस पर गलत आरोप लगाया जा रहा है.