Bihar News: बिहार के इन जिलों में इंडस्ट्रियल हब का निर्माण, रोजगार की आने वाली है बाढ़.. Bihar News: बिहार के इन जिलों में एयरपोर्ट का निर्माण, गया हवाई अड्डे को बनाया जाएगा इस मामले में खास.. ISM पटना में व्याख्यान का आयोजन: इसके माध्यम से युवाओं को मिला लैंगिक संवेदनशीलता का संदेश Bihar Cabinet Meeting: नीतीश कैबिनेट का बड़ा फैसला...इस विभाग में 459 लिपिक की होगी बहाली..इन आंदोलनकारियों की पेंशन राशि में भारी वृद्धि अररिया में लूट की कोशिश नाकाम: एक्सीडेंट में घायल हुए दो बदमाश, ग्रामीणों ने हथियार के साथ पकड़ा Bihar Education News: 1st Bihar की खबर का बड़ा असर, भ्रष्टाचार में लिप्त A.E. की सेवा होगी समाप्त.. शिक्षा विभाग को भेजा गया प्रस्ताव, करप्शन की जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी Patna News: पटना में स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, ड्रोन से होगी निगरानी Patna News: पटना में गंदगी फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई, इस दिन से अभियान शुरू Janmashtami 2025: जन्माष्टमी पर क्यों तोड़ी जाती है दही हांडी? जानिए... इस परंपरा का इतिहास और महत्व Bihar News: बिहार में मिला इतने हजार करोड़ का खनिज, खजाने की ई-नीलामी की तैयारी में जुटी केंद्र सरकार
20-Oct-2021 04:28 PM
RANCHI : बुधवार को झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने मोरहाबादी मैदान में सहायक पुलिसकर्मियों से मुलाकात की. सहायक पुलिसकर्मियों की मांग को जायज बताते हुए उन्होंने हेमंत सरकार से मांगों को जल्द पूरा करने को कहा. इस दौरान रघुवर दास सहायक पुलिसकर्मियों के साथ काफी देर तक बैठे और उन्होंने ये कहा कि अगर झारखंड सरकार ने मांगों को पूरा नहीं किया तो वह धरने पर बैठेंगे.
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सहायक पुलिसकर्मियों की मांगें जायज हैं. सरकार 7 दिन के अंदर इनकी मांगों को पूरा करे नहीं तो वे भी इनके साथ धरने पर बैठेंगे. उन्होंने अपनी सरकार में 2200 सहायक पुलिसकर्मियों की बहाली इस उद्देश्य से की थी कि सुदूर इलाके में रहने वाले युवा नक्सलवाद की राह न पकड़ें. उन्हें रोजगार के साथ-साथ राज्य की सेवा करने का मौका भी मिले.
गौरतलब हो कि सहायक पुलिसकर्मियों की नियुक्ति 2 साल के लिए हुई थी और उन्हें तीन साल का एक्सटेंशन दिये जाने का प्रावधान था. साथ ही सिपाही नियुक्ति में प्राथमिकता देने की भी बात थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ. रघुवर दास ने कहा कि सरकार इन सहायक पुलिसकर्मियों की मांगों को अनसुना करके संवेदनहीनता का परिचय दे रही है. उन्होंने सरकार से अविलंब पुलिसकर्मियों का मानदेय बढ़ाने, सिपाही नियुक्ति में प्राथमिकता और सिपाहियों के रिटायरमेंट के बाद खाली हुए जगहों पर प्राथमिकता के आधार पर उनकी नियुक्ति करने की मांग की.
जब पूर्व मुख्यमंत्री सहायक पुलिसकर्मियों से मुलाकात कर रहे थे तो इस दौरान एक सहायक पुलिसकर्मी फफक-फफककर रो पड़ा. उसने कहा कि इतने दिनों से धरने पर बैठने के बाद भी कुछ नहीं हुआ. उसकी पूरी जिंदगी बर्बाद हो गई. करियर बर्बाद हो गया. घर और परिवार को बोझ कंधे पर है. कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर वह क्या करे. सरकार ने जो नीति बनाई, हमने उसी तरीके से नौकरी की. इसमें हमारी क्या गलती है. सरकार को हमारी मांग पूरी करनी पड़ेगी.