ग्राहक बनकर आए शातिर चोरों ने दिनदहाड़े ज्वेलरी शॉप से उड़ाए लाखों के जेवर, सीसीटीवी में कैद हुई करतूत बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन पटना पहुंचे, पिता की पुण्यतिथि में होंगे शामिल BIHAR POLITICS: श्रवण कुमार बने NDA के मुख्य सचेतक, विनोद नारायण झा बने उप मुख्य सचेतक, अधिसूचना जारी Bihar News: दो बाइक की टक्कर में युवक की मौत, तीन लोग गंभीर रूप से घायल Bihar News: बिहार में सड़क सुरक्षा एवं जाम से निजात के लिए ठोस पहल, परिवहन सचिव ने की अहम बैठक; दिए यह निर्देश Bihar News: बिहार में सड़क सुरक्षा एवं जाम से निजात के लिए ठोस पहल, परिवहन सचिव ने की अहम बैठक; दिए यह निर्देश 14223/14224 राजगीर-वाराणसी बुद्ध पूर्णिमा एक्सप्रेस का टर्मिनल बदलकर बनारस से 08 मार्च से परिचालन BPSC AEDO एग्जाम स्थगित: 10 से 16 जनवरी तक होने वाली परीक्षा टली, जल्द घोषित होगा नया डेट BPSC AEDO एग्जाम स्थगित: 10 से 16 जनवरी तक होने वाली परीक्षा टली, जल्द घोषित होगा नया डेट Patna News: पटना में ऑटो पकड़ने के लिए अब भटकने की जरूरत नहीं, नीतीश सरकार ने कर दी हाइटेक व्यवस्था
02-Jun-2022 03:23 PM
PATNA : दो दिन पहले राजधानी पटना में पूर्व विधायक चितरंजन शर्मा के दो भाइयों की हत्या के मामले में पटना पुलिस को कामयाबी मिली है. पटना पुलिस ने हत्या में शामिल एक अपराधी को पकड़ने का दावा किया है. पटना के एसएसपी ने आज इस मामले का खुलासा करते हुए बताया है कि एक अपराधी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि बाकी अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. आपको बता दें कि अरवल के पूर्व विधायक चितरंजन शर्मा के दो सगे भाइयों की पत्रकार नगर थाना इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में कुल 6 लोगों को अभियुक्त बनाया गया था. इसमें नीमा गांव के रहने वाले बबलू सिंह और हरेंद्र सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जबकि बाकी बचे पांच अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.
यह पूरा मामला चितरंजन शर्मा और उनके विरोधी संजय सिंह के बीच आपसी वर्चस्व की लड़ाई से जुड़ा हुआ है. इस गैंगवार में अब तक के कई हत्याएं हो चुकी है नीमा गांव से ताल्लुक रखने वाले संजय सिंह के करीबियों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. यह पूरा मामला पांडव सेना के दो सदस्यों से जुड़ा हुआ है. नक्सलियों से संघर्ष के लिए कभी पांडव सेना का गठन संजय सिंह और चितरंजन शर्मा जैसे लोगों ने किया था, लेकिन बाद में इन दोनों के बीच मतभेद हो गया और आपसी वर्चस्व की लड़ाई ज्यादा हिंसक होती गई. पिछले 1 महीने के अंदर चार लोगों की हत्या हो चुकी है. चितरंजन शर्मा के परिवार के दो लोगों की हत्या इसके पहले जहानाबाद और मसौढ़ी में की जा चुकी थी. पिछले दिनों पटना में दो भाइयों की हत्या कर दी गई. पुलिस इसे गैंगवार मान रही है लेकिन एक अपराधी को पकड़ने में पुलिस को सफलता मिली है.
चितरंजन शर्मा और संजय सिंह के बीच यह फसाद साल 2004 में शुरू हुआ था. 2004 में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय के बेटे प्रशांत सहाय की हजारीबाग कोर्ट परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस केस में भी संजय सिंह को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. इस घटनाक्रम के बाद संजय सिंह को इस बात का अंदेशा हुआ कि हत्याकांड में उसकी संलिप्तता के बारे में पुलिस को चितरंजन शर्मा ने जानकारी दी. यहीं से विवाद शुरू हुआ और आज कई साल गुजर जाने के बावजूद धोखे में एक दूसरे के लोगों की हत्या करते आ रहे हैं.