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14-Sep-2022 07:57 AM
PATNA : बिहार के पूर्व कानून मंत्री कार्तिकेय कुमार की मुश्किलें अब बढ़ सकती है। बिल्डर राजीव रंजन सिंह किडनैपिंग मामले में आज सुनवाई होने वाली है। बिहटा थाना इलाके से आठ साल पहले राजीव रंजन सिंह की गिरफ्तारी हुई थी, जिसमें कार्तिकेय कुमार का भी नाम है। अब उनकी मुश्किलें ज्यादा इसलिए बढ़ सकती है क्योंकि वे पिछले कई दिनों से कानून की नज़रों से फरार हैं।
गिरफ्तारी मामले में केस दर्ज होने के करीब 9 महीने बाद राजू ने 164 के बयान में ये बात कही थी कि कार्तिकेय कुमार का भी इस मामले में हाथ है और गिरफ्तारी में वे भी शामिल थे। कानून की नजर से देखा जाए तो 164 का बयान अहम होता है।
कार्तिकेय कुमार जब बिहार के कानून मंत्री बनाए गए तभी से उनकी फ़ज़ीहत शुरू हो गई। जिसका परिणाम ये हुआ कि कार्तिकेय को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। इसके बाद से ही उनके खिलाफ जारी बेलेबल वारंट को निष्पादन कराने के लिए पुलिस उन्हें तलाशती रही लेकिन उनका कोई पता नहीं चल पाया। बाद में बेलेबल वारंट को पुलिस ने दानापुर कोर्ट को वापस करने के साथ ही नन बेलेबल वारंट जारी करने के लिए कोर्ट में आवेदन दे दिया।
आज यानी 14 सितंबर को बिहटा थाना के इसी केस यानी कांड सं. 859/14 में दानापुर कोर्ट में तारीख है। अब माना जा रहा है कि कोर्ट उनके खिलाफ नन बेलेबल वारंट जारी कर सकती है। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी भी तय मानी जा रही है। हालांकि बाद में उनका केस एमपी-एमएलए कोर्ट में ट्रांसफर हो सकता है।