ब्रेकिंग न्यूज़

Viral News: AI से प्यार, फिर डेट और अब शादी! महिला ने अपने चैटबॉट बॉयफ्रेंड से की सगाई, वायरल हुआ पोस्ट Viral News: AI से प्यार, फिर डेट और अब शादी! महिला ने अपने चैटबॉट बॉयफ्रेंड से की सगाई, वायरल हुआ पोस्ट Surya Ketu Yuri: 18 साल बाद बन रहा सूर्य केतु युति का दुर्लभ संयोग, इन राशियों के लोगों को संभलकर रहने की जरूरत Surya Ketu Yuri: 18 साल बाद बन रहा सूर्य केतु युति का दुर्लभ संयोग, इन राशियों के लोगों को संभलकर रहने की जरूरत Bihar Crime News: बिहार में आपसी रंजिश को लेकर दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प, महिला समेत 6 लोग घायल Bihar News: ब्रह्मपुर में निकाली गई भव्य तिरंगा यात्रा, सत्य प्रकाश तिवारी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता हुए शामिल Bihar News: ब्रह्मपुर में निकाली गई भव्य तिरंगा यात्रा, सत्य प्रकाश तिवारी समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता हुए शामिल Bihar Crime News: बिहार में जादू-टोना के शक में हैवानियत का गंदा खेल, खंभे से बांधकर जबरन मल खिलाया Bihar Crime News: बिहार में जादू-टोना के शक में हैवानियत का गंदा खेल, खंभे से बांधकर जबरन मल खिलाया Bihar News: 'मंत्री' से सुप्रीम कोर्ट के जज बने 'अय्यर साहब' ने ध्यान रखने में थोड़ी कमी क्या कर दी, इंदिरा सरकार ने न्यायाधीश के 'साढू' को ही सजा दे दी थी

डीएम ने किया खुलासा: अकाउंट से पैसा कटने का चुनावी वोटिंग से कोई लेना देना नहीं, पहले से सक्रिय है गिरोह

डीएम ने किया खुलासा: अकाउंट से पैसा कटने का चुनावी वोटिंग से कोई लेना देना नहीं, पहले से सक्रिय है गिरोह

06-Dec-2021 05:53 PM

By Tahsin Ali

PURNIA : पूर्णिया में बायोमेट्रिक से वोटिंग देने के बाद बैंक खातों से वोटरों का पैसा गायब होने के मामले में आज जिला पदाधिकारी ने जांच की रिपोर्ट के संबंध में पत्रकारों से बातचीत की है. जिला पदाधिकारी का कहना है कि एक सक्रिय गिरोह फिंगर प्रिंट के नाम पर विभिन्न बैंकों से खाताधारकों के पैसे गायब कर रहा था. यह सिर्फ बीते 29 नवंबर को हुए वोटिंग के बाद की बात नहीं है, बल्कि इससे पहले भी कई बैंक खाताधारकों के पैसे फिंगरप्रिंट के माध्यम से निकाले गए थे.


डीएम ने स्पष्ट तौर पर बताया कि इस अवैध निकासी से चुनाव का कोई भी संबंध नहीं है. दरअसल जिला प्रशासन को बायसी प्रखंड क्षेत्र में 29 नवंबर को हुए चुनाव के बाद 30 आवेदन मिले, जिसमें बायोमैट्रिक फिंगरप्रिंट के माध्यम से बगैर जानकारी के उनके खाते से पैसे निकाले गए थे. इस मामले पर संज्ञान लेते हुए पुलिस ने जब अपनी कार्रवाई की तो उन्हें पता चला कि 30 में से छह ऐसे लोग थे जिन्होंने वोट डाला ही नहीं था. बाकी के 24 में से 3 लोगों के खाते से 28 तारीख से पहले ही पैसे निकले है, जिसका वोटिंग से कोई लेना-देना नहीं था.


बाकी अन्य लोगों के खाते से 29 नवंबर के बाद पैसे निकले हैं. पुलिस ने जब मामले की जांच की तो यह स्पष्ट हुआ कि चुनाव से इसका कोई लेना-देना नहीं है. बल्कि क्षेत्र में सक्रिय गिरोह बीते 4 माह से माइक्रो फाइनेंसिंग, होम लोन छोटे समूह लोन के नाम पर लोगों से फिंगरप्रिंट एकत्रित करता था. जिस मामले में अमौर के एक शख्स के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था,  जिसे पुलिस ने जेल भी भेजा था. उसके पास से बायोमेट्रिक, रबर के मोहर और फिंगरप्रिंट के सैंपल तथा लैपटॉप भी बरामद हुए थे. जिला पदाधिकारी राहुल कुमार ने स्पष्ट तौर पर बताया है कि इसका चुनावी वोटिंग से कोई लेना-देना नहीं है.