ब्रेकिंग न्यूज़

अपने प्रिय मित्र सतीश कौशिक की याद में Anupam Kher ने शुरू किया यह नेक काम, अब विश्व भर में हो रही सराहना Bihar Politics: तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग को बताया BJP की B टीम, दो वोटर आईडी को लेकर खूब बरसे Bihar Politics: तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग को बताया BJP की B टीम, दो वोटर आईडी को लेकर खूब बरसे Bird Flu: बर्ड फ्लू के खतरे के बीच अंडा खाना कितना सेफ? जानिए... एक्सपर्ट की राय Bihar News: स्थगित हुई बिहार के इस विश्वविद्यालय की परीक्षा, नई तिथि को लेकर आया अहम अपडेट Bihar News: पैसे लेकर शराब तस्कर को छोड़ना दारोगा को पड़ा भारी, अब इतने वर्षों तक भुगतना होगा परिणाम Bihar Crime News: लव अफेयर में रोड़ा बन रहे ससुर को बहू ने ठिकाने लगाया, दो बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर खेला खूनी खेल Bihar Crime News: लव अफेयर में रोड़ा बन रहे ससुर को बहू ने ठिकाने लगाया, दो बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर खेला खूनी खेल Bihar Transport: बेतिया डीटीओ का ट्रांसफर...करप्शन में लिप्त 'महिला एमवीआई' अब भी कुर्सी पर ! 1.20 लाख की मासिक रिश्वतखोरी का ऑडियो लीक होने पर DM ने कराया था केस, परिवहन विभाग से निलंबन की थी सिफारिश Viral News: AI से प्यार, फिर डेट और अब शादी! महिला ने अपने चैटबॉट बॉयफ्रेंड से की सगाई, वायरल हुआ पोस्ट

पूर्णिया में भागवत कथा के पांचवे दिन किया गया गोवर्धन पूजा, भगवान श्री कृष्ण को 56 प्रकार के भोग लगाए गए

पूर्णिया में भागवत कथा के पांचवे दिन किया गया गोवर्धन पूजा, भगवान श्री कृष्ण को 56 प्रकार के भोग लगाए गए

29-Dec-2021 07:41 PM

PURNEA : पूर्णिया के ई होम्स पनोरमा में आयोजित सात दिवसीय श्री-श्री 1008 श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ के पाँचवे दिन बुधवार को कथा वाचक गुप्तेश्वर पांडे जी महाराज ने कृष्ण की बाल लीलाओ और गोवर्धन पूजा के प्रसंग विस्तार से सुनाए. श्री-श्री 1008 श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ में गोवर्धन पर्वत की कृत्रिम आकृति-झांकी के माध्यम से दर्शाई गई.



वहीं भगवान श्री कृष्ण को 56 प्रकार के भोग लगाए गए. प्रवंचन में गुप्तेश्वर जी महाराज ने कहा की भगवान श्री कृष्ण ने पृथ्वी पर धर्म व सत्य की पुन: स्थापना के लिए द्वार पर युग में अवतार लिया. उन्होने बाल्य अवस्था में ही कालीय नाग का मर्दन करके यमुना जी को पवित्र किया. पूतना एवं बकासुर आदि मायावी शक्तियो का अंत किया.



बृज भूमि में आतंक के प्रयायी कंश मामा का वध करके अपने माता-पिता देवकी-वसुदेव और नाना महाराज उग्रसेन को कारागार से मुक्त कराया. गोवर्धन पूजा में प्रकृति की पूजा का उल्लेख किया गया. गायको द्वारा एक से बढ़कर एक भजन सुनाए गए. भजनो पर श्रद्धालु झूम उठे.