Bihar News: बिहार की बेटियों के लिए प्रेरणास्रोत बनीं सुहानी, सीएम नीतीश कुमार ने दी 11 लाख की साइकिल Bihar News: बिहार की बेटियों के लिए प्रेरणास्रोत बनीं सुहानी, सीएम नीतीश कुमार ने दी 11 लाख की साइकिल Patna News: पटना के इस इलाके में बनेगा नया इंडस्ट्रियल पार्क, एक लाख से अधिक युवाओं को मिलेगा रोजगार Bihar Crime News: बिहार के RJD नेता पर जबरन जमीन कब्जा करने का आरोप, खूनी संघर्ष में दर्जनभर से अधिक लोग घायल Bihar News: तनी हटके सुता देहिया के दवाई चलता.. रंगबाज स्टाइल में ऑर्केस्ट्रा गर्ल के साथ मस्ती करते दिखे बिहार के दारोगा, हो गया बड़ा एक्शन; देखिए.. Video Bihar News: तनी हटके सुता देहिया के दवाई चलता.. रंगबाज स्टाइल में ऑर्केस्ट्रा गर्ल के साथ मस्ती करते दिखे बिहार के दारोगा, हो गया बड़ा एक्शन; देखिए.. Video Bihar News: मातम में बदल गईं शादी की खुशियां, दुल्हन की भाभी को स्कॉर्पियो ने उड़ाया; मौके पर हुई दर्दनाक मौत Bihar News: मातम में बदल गईं शादी की खुशियां, दुल्हन की भाभी को स्कॉर्पियो ने उड़ाया; मौके पर हुई दर्दनाक मौत IPL 2025: आईपीएल 2025 को लेकर आया बड़ा अपडेट, इस तारीख तक खेले जाएंगे मैच BIHAR NEWS: शादी के बाद ससुराल पहुंचते ही प्रेमी संग लहंगे में भागी दुल्हन, पकड़े जाने पर बोलीं..अब उसी के साथ रहूंगी जिससे प्यार करती हूं
24-Jul-2022 12:06 PM
By RITESH HUNNY
SAHARSA : न भवन है न बेंच है. बच्चे खुले आसमान के नीचे पढ़ने को मजबूर हैं. यही है हमारे शिक्षण संस्थानों की तस्वीर, जो सरकार के सुशासन के दावों की पोल खोल रही है. सहरसा जिले में एक ऐसी स्कूल है, जहां बच्चों को खुले आसमान के निचे बांसबाड़ी में पढ़ाया जाता है. बच्चे को स्कूल में पढ़ने के लिए कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बारिश के मौसम में बच्चें भींगकर पढ़ने को मजबूर हैं. हैरानी की बात है कि स्कूल के पास भवन निर्माण के लिए पर्याप्त जमीन है. मामला सामने आने के बाद सरकार द्वारा विधालयों के इन्फ्रास्ट्रक्चर को लेकर किए जा रहे दावों पर सवाल उठ रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक, सौरबाजार प्रखंड अन्तर्गत कांप पंचायत में संचालित एनपीएस विजयनगर पश्चिम स्कूल में डेढ़ सौ से अधिक बच्चे बढ़ते हैं. लेकिन इसका भवन निर्माण आज तक नहीं हो सका है. स्कूल के भवन का निर्माण नहीं होने की वजह से बच्चे बांसबाड़ी में पढ़ने को मजबूर हैं. स्कूल में बच्चों के लिए शौचालय की भी व्यवस्था नहीं की गई है.
प्रधानाध्यापक मनोज कुमार राय ने बताया कि स्कूल के पास को पर्याप्त जमीन है. बावजूद इसके आज तक भवन का निर्माण नहीं हो पाया है. स्कूल के द्वारा कई बार सरकार को भवन निर्माण के लिए पत्र लिखे गये, लेकिन भवन बनाने की स्वीकृति नहीं मिल पाई है. ऐसे में बच्चें को तपती धूप एवं बरसात में काफी कठनाइयों का सामना करना पड़ता है.
प्रधानाध्यापक ने बताया कि एक बार पास के मध्य विद्यालय में स्कूल को समायोजित किया गया था. लेकिन, ग्रामीणों ने इस फैसले का जमकर विरोध किया. हंगामा के बाद पुनः स्कूल को बांसबाड़ी में स्थापित कर दिया गया. यदि ऐसे ही खुले बच्चे को पढ़ाया जाएगा तो अप्रिय घटना होने की भी सम्भावना है. वहीं, इस मामले पर जिला शिक्षा पदाधिकारी हब्बीबुल्ला ने बताया कि मामले की जांच करवाई जायेगी.