ब्रेकिंग न्यूज़

बिहार स्वास्थ्य विभाग में बड़ी प्रोन्नति: 1,222 डॉक्टरों को ACP–DACP लाभ, सूची वेबसाइट पर जारी गोपालगंज में बुलडोजर एक्शन: सड़कों को कराया गया अतिक्रमण मुक्त Traffic Challan: मनमाने ढंग से काटे जा रहे ट्रैफिक चालान के खिलाफ HC में याचिका दायर, पटना हाई कोर्ट ने बिहार सरकार से मांगा जवाब Traffic Challan: मनमाने ढंग से काटे जा रहे ट्रैफिक चालान के खिलाफ HC में याचिका दायर, पटना हाई कोर्ट ने बिहार सरकार से मांगा जवाब Patna School News: खतरे में पटना के 67 प्राइवेट स्कूलों का रजिस्ट्रेशन, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दिए जांच के दिए आदेश Patna School News: खतरे में पटना के 67 प्राइवेट स्कूलों का रजिस्ट्रेशन, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दिए जांच के दिए आदेश BPSC 70वीं मेंस परीक्षा का रिजल्ट जारी, 5,401 अभ्यर्थी हुए सफल BIG BREAKING: नितिन नबीन के इस्तीफे के बाद दिलीप जायसवाल और विजय कुमार सिन्हा को मिली बड़ी जिम्मेदारी Bihar Crime News: DIG के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर ठगी, पुलिस ने साइबर क्रिमिनल को राजस्थान से किया अरेस्ट Bihar Crime News: DIG के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर ठगी, पुलिस ने साइबर क्रिमिनल को राजस्थान से किया अरेस्ट

लॉकडाउन में खेत जोत रहे हैं बिहार के पूर्व कृषि मंत्री, गांव में चला रहे ट्रैक्टर

लॉकडाउन में खेत जोत रहे हैं बिहार के पूर्व कृषि मंत्री, गांव में चला रहे ट्रैक्टर

23-May-2020 01:11 PM

JAMUI:  लॉकडाउन के कारण के बिहार के पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह गांव पर फंसे हुए हैं. ऐसे में वह गांव पर ही खेती बारी में जुटे गए हैं. वह अपने खेत में ट्रैक्टर चलाकर खुद खेत जोत रहे हैं. नरेंद्र सिंह का गांव जमुई जिले के पकड़ी में है.

समय का कर रहा हूं उपयोग

नरेंद्र सिंह ने कहा कि कहा कि लॉकडाउन से दो दिन पहले गांव आया था. यहां पर आने के कारण फंस गया. इतना दिन गांव में रहता नहीं हूं. लेकिन अब सोचा कि इस समय का कुछ उपयोग किया जाए. इसलिए अपने खेती बारी में जुट गए. ऐसे में अपना काम भी हो गया और वक्त भी गुजर रहा है. 

खेती को मनरेगा से जोड़े सरकार

नरेंद्र सिंह ने कहा कि कहा कि मैं बहुत सारे राजनीतिक लोगों से कहना चाहता हूं कि वह अपना समय बर्बाद करने से अच्छा है कि वह अपने खेती बारी में जुटे. ऐसे करेंगे तो लोगों को खेती को लेकर रूचि बढ़ेगी. देश में 60-70 प्रतिशत लोग खेती में लगे हैं. यही किसान देश के अन्नदाता हैं. खेती करने में कोई लाभ नहीं है. किसान खेती कर करोड़पति नहीं बन सकते हैं लेकिन दो जून की रोटी खुद भी खा सकते हैं और खेत में काम करने वाले मजदूरों का खिला सकते हैं. नरेंद्र सिंह ने कहा सरकार से मनरेगा योजना को खेती से जोड़ देना चाहिए. जो मजदूर किसानों के घर काम करेंगे और किसान सर्टिफिकेट देंगे की ये काम किए है तो सरकार पैसा का भुगतान कर दें. मनरेगा योजना में बहुत सारे फर्जीवाड़ा हो रहा है.