ब्रेकिंग न्यूज़

मुजफ्फरपुर रेल पुलिस की बड़ी कार्रवाई: 2025 में अपराध पर प्रहार, 1100 से अधिक आरोपी भेजे गए जेल पटना में 2025 में आधा हो गया क्राइम, पुलिस ने आंकड़े जारी कर किया दावा, 2024 में हुई घटनाओं की तुलना में इस साल बेहद कम वाकये हुए पूर्णिया में बिजली स्मार्ट मीटर रिचार्ज करने के नाम पर ठगी: भाजपा नेता के दो अकाउंट से उड़ाये 85 हजार रुपये Bihar Cabinet: 'मंगल पांडेय' के पास पटना से लेकर दिल्ली तक फ्लैट, सिर्फ 1 अकाउंट में एक करोड़ से अधिक जमा, भंडार में किलो के भाव से सोना-चांदी हिजाब विवाद: डॉ. नुसरत प्रवीण ने आज भी नहीं की नौकरी ज्वाइन, लास्ट डेट खत्म Bihar Cabinet: सम्राट चौधरी के पास कितनी है संपत्ति..साल के अंतिम दिन खुद बताया, रायफल-पिस्टल और भी बहुत कुछ.... Bihar Cabinet: साल के अंतिम दिन CM नीतीश ने घोषित की अपनी संपत्ति, नकद और बैंक में कितना रू है,जानें.... Bihar Police: मोतिहारी नगर निगम का वार्ड पार्षद पति फरार..SP ने 10 हजार रू का इनाम घोषित किया Bihar Transport News: बिहार में गाड़ियों की 'मैन्युअली फिटनेस जांच' पर रोक...कल से लागू होगी नई व्यवस्था, परिवहन मंत्रालय ने भेजा गाईडलाइन 1 करोड़ लोगों को सरकारी नौकरी और रोजगार देगी सरकार, बोले सम्राट चौधरी..बिहार के युवा मजदूरी करने नहीं, सम्मानजनक रोजगार पाने जाएं बाहर

मुजफ्फरपुर में लोगों को अंधा करने वाले अस्पताल को किया गया सील, ओटी,ऑफिस और दवा दुकान में लगाया गया ताला

मुजफ्फरपुर में लोगों को अंधा करने वाले अस्पताल को किया गया सील, ओटी,ऑफिस और दवा दुकान में लगाया गया ताला

04-Dec-2021 07:29 PM

MUZAFFARPUR : मुजफ्फरपुर के उस आई हॉस्पिटल में ताला जड़ दिया गया है जिसने कई लोगों के आंखों की रोशनी ले ली. बिहार के लापरवाह स्वास्थ्य सिस्टम की पोल खोल चुके अस्पताल को मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन की टीम ने शनिवार को सील कर दिया. मुजफ्फरपुर पूर्वी की अतिरिक्त एसडीएम की निगरानी में अस्पताल के ओटी, दफ्तर और दवा दुकान को सील किया गया. एसडीएम ने कहा कि जांच होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.


इससे पहले गुरूवार को इस "आंखफोड़वा कांड" में डॉक्टर, पारा मेडिकल स्टॉफ के खिलाफ ब्रह्मपुरा थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। लेकिन घटना के 12 दिन गुजर जाने के बाद भी मामले का मुख्य आरोपी पुलिस की पकड़ से बाहर है. इस पूरे मामले में बिहार के स्वास्थ्य महकमें की लापरवाही और असंवेदनशीलता की कहानी यही खत्म नहीं होती. मुजफ्फरपुर से पटना आईजीआईएमएस में इलाज कराने रेफर किये गए मरीज को आईजीआईएमएस में बेड के लिए भी संघर्ष करना पड़ा. 


बता दें कि बदइंतजामी का आलम ये था कि मुजफ्फरपुर से इलाज कराने आये कई मरीज को अस्पताल में बेड नहीं मुहैया कराया गया तो वो जमीन पर ही लेट गए. बाद में जब मीडिया ने इस बदइंतजामी की तस्वीर दिखाई तो शर्मसार हुए आईजीआईएमएस प्रबंधन ने उन्हे बेड उपलब्ध कराया.