Bihar Politics: ‘अपने तेजू भैया तो बहुरूपिया को भी शरमा देते हैं’ तेजप्रताप यादव पर मांझी की बहू का तीखा तंज Bihar Politics: ‘अपने तेजू भैया तो बहुरूपिया को भी शरमा देते हैं’ तेजप्रताप यादव पर मांझी की बहू का तीखा तंज Bihar News: बिहार के इन पांच जिलों में होगी मैट्रिक के स्पेशल एग्जाम की कॉपियो का मूल्यांकन, BSEB ने जारी की लिस्ट Bihar Toll Plaza: बिहार के इस जिले में हाईवे पर चलना होगा महंगा, अब देना होगा टोल टैक्स – DM ने जारी किया आदेश Success Story: कभी छक्का कहकर मजाक उड़ाते थे लोग, अब बिहार पुलिस में सेवा देगी ट्रांसजेंडर दिव्या ओझा India-Pakistan Tension: भारत-पाकिस्तान तनाव को लेकर ज्योतिषी ने कर दी बड़ी भयंकर भविष्यवाणी, जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे India-Pakistan Tension: भारत-पाकिस्तान तनाव को लेकर ज्योतिषी ने कर दी बड़ी भयंकर भविष्यवाणी, जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे India Pakistan War: युद्ध में अब तक नहीं उतरा है भारत, असली खेल शुरू होना अभी है बाकी Devesh Chandra Thakur donates salary:जदयू सांसद ने सेना के सम्मान में एक साल का वेतन पीएम राहत कोष में दिया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ फिल्म की घोषणा पर मचा बवाल: युद्धकाल में फिल्म पोस्टर से लोगों में नाराज़गी, निर्माता ने मांगी माफ़ी
22-Sep-2020 07:54 PM
PATNA : बिहार विधानसभा चुनाव सामने है और महागठबंधन में भारी पेंच फंस गया है. कांग्रेस की सीट के डिमांड से राष्ट्रीय जनता दल हैरान है. आलम ये है कि पिछले एक सप्ताह से सीटों के बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों के बीच बातचीत बंद है. दोनों बड़ी पार्टियों के बीच टकराव से रालोसपा, वीआईपी जैसी पार्टियों का भविष्य अधर में लटक गया है. उधर कांग्रेस ने बिहार के प्रमुख नेताओं को दिल्ली बुला लिया है.
कांग्रेस की भारी-भरकम डिमांड
महागठबंधन के अंदर से बड़ी खबर सामने आ रही है. कांग्रेस के एक सीनियर नेता ने बताया कि पार्टी ने आरजेडी को साफ साफ बता दिया है कि उसे 90 सीटें चाहिये. अपने कोटे की 90 सीटों में से कांग्रेस उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और मुकेश सहनी की वीआईपी पार्टी को एडजस्ट करेगी. बाकी की 153 सीटें आरजेडी अपने पास रखे और उसमें से वाम दलों को हिस्सा दे. कांग्रेस की भारी-भरकम मांग से हैरान आरजेडी ने फिलहाल बातचीत बंद कर दी है.
कांग्रेस-आरजेडी में बातचीत बंद
कांग्रेसी सूत्रों के मुताबिक पार्टी की ओर से बिहार के प्रभारी महासचिव शक्ति सिंह गोहिल और अविनाश पांडेय तेजस्वी प्रसाद यादव और लालू यादव से बात कर रहे थे. पिछले महीने आमने-सामने बातचीत हुई थी बाद में टेलीफोन पर बातचीत हो रही थी. लेकिन तकरीबन एक सप्ताह से बातचीत बंद है. आरजेडी 90 सीट की बात तो दूर कांग्रेस, रालोसपा और वीआईपी पार्टी के लिए 60 सीटों से ज्यादा देने को तैयार नही है. ऐसे में बातचीत आगे बढ़ ही नहीं रही है.
लालू पर वादाखिलाफी का आरोप
कांग्रेस के एक प्रमुख नेता ने कहा कि लालू प्रसाद यादव बार-बार कांग्रेस के साथ वादाखिलाफी कर रहे हैं. उन्होंने पहले ही कहा था कि कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में 73 सीटें देंगे. कांग्रेस उस वक्त भी राजी नहीं थी. लेकिन अब आरजेडी 60 सीट की बात करने लगा है. कांग्रेस के नेता ने बताया कि लालू यादव ने लोकसभा चुनाव के समय भी ऐसा ही किया था. पहले उन्होंने कांग्रेस को 11 लोकसभा सीट देने का वादा किया था. लेकिन ऐन वक्त पर 7-8 सीट देने की बात करने लगे. जैसे तैसे कांग्रेस 9 लोकसभा सीट ले पायी.
कांग्रेस के नेता के मुताबिक लोकसभा के अनुभव को देखते हुए इस बार पार्टी सतर्क है. लिहाजा कांग्रेस के नेता बहुत कॉम्प्रोमाइज करने को तैयार नहीं हैं. कांग्रेस खुद कम से कम 50 सीट पर लड़ना चाह रही है. वही वो ये भी चाहती है कि उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी को भी सम्मानजनक सीटें मिले. ऐसे में कांग्रेस 90 सीटों की डिमांड कर रही है ताकि उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी को एडजस्ट किया जा सके.
कांग्रेस ने अपने नेताओं को दिल्ली बुलाया
आरजेडी से बातचीत पर ब्रेक लगने के बाद कांग्रेस ने बिहार के अपने सीनियर नेताओं को दिल्ली बुला लिया .है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा समेत दूसरे प्रमुख नेता दिल्ली कूच कर गये हैं. पार्टी बिहार के नेताओं के साथ सारी संभावनाओं को टटोलेगी. मकसद ये भी है कि आरजेडी को मैसेज जाये कि कांग्रेस उसके बगैर भी चुनाव लड सकती है. इससे आरजेडी पर दबाव बनेगा.
तेजस्वी के दिल्ली जाने की चर्चा
उधर चर्चा ये भी है कि तेजस्वी दिल्ली जाने वाले हैं. वहीं उनकी बातचीत कांग्रेस के वरीय नेताओं से होगी और इसमें सीटों का बंटवारा फाइनल हो जायेगा. लेकिन मामला पेचीदा है. आसानी से सुलझने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं. कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि मामला अब सोनिया गांधी या राहुल गांधी के लेवल पर ही सुलझेगा. सोनिया गांधी की तबीयत खराब है और वो देश के बाहर है. वहीं राहुल गांधी भी उनके साथ ही गये हैं. दोनों कब लौटेंगे इसकी खबर कांग्रेसियों को भी नहीं. देखना होगा महागठबंधन का झमेला कब तक सुलझता है. या फिर कोई चौंकाने वाला फैसला सामने आता है.