BrahMos Missile: पाकिस्तान में कोहराम मचाने के बाद दुनिया हुई ब्रह्मोस की मुरीद, चीन के दुश्मन समेत 17 देशों की दिलचस्पी Sensex Nifty: भारत-पाक तनाव में नरमी से शेयर बाजार में उछाल...सेंसेक्स 2000 अंक चढ़ा, 10 सेकंड में निवेशकों की दौलत ₹10.59 लाख करोड़ बढ़ी Cyber Crime: सेक्सटॉर्शन गैंग का इंटरनेशनल नेटवर्क उजागर, झारखंड के उद्योगपति को 16 विदेशी नंबरों से किया गया टॉर्चर Bihar Naxal News: 8 साल बाद धराया पुलिस जीप उड़ाने वाला कुख्यात नक्सली, फ़िल्मी अंदाज में हुई गिरफ्तारी BSF martyr Mohammad Imtiaz: शहीद बीएसएफ सब इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज का पार्थिव शरीर पटना पहुंचा, राजकीय सम्मान के साथ दी जाएगी श्रद्धांजलि Bihar News: सड़क दुर्घटना में घायल माँ-बेटे की मदद के लिए मसीहा बनकर सामने आए तेजस्वी यादव, जनता से की यह भावुक अपील DGMO level Talk: भारत-पाकिस्तान DGMO की आज दोपहर 12 बजे बातचीत, एयरफोर्स ने कहा – ऑपरेशन सिंदूर जारी Bihar News: STET एग्जाम लेने की उल्टी गिनती शुरू, इन विषयों में होगी परीक्षा, जानें... Bihar Bhumi Dakhil Kharij: अपार्टमेंट फ्लैटधारकों के लिए काम की खबर....राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने दी बड़ी जानकारी Patna Junction: अब नही लगेगा पटना जंक्शन के पास जाम ,जानिए क्या है नगर निगम का स्मार्ट प्लान?
15-Dec-2020 08:10 AM
PATNA : गिरफ्तारी के बाद कुख्यात रवि गोप के बेल पर छूट जाने के मामले में जांच रिपोर्ट में पेंच फंस गया है। रवि गोप के मामले में जांच का जिम्मा पटना के सिटी एसपी वेस्ट को दिया गया था और सोमवार को उन्होंने अपनी रिपोर्ट सौंप दी। लेकिन पटना पुलिस की तरफ से यह रिपोर्ट गृह विभाग को अब तक नहीं भेजी जा सकी है। अब पटना पुलिस से जिला प्रशासन के माध्यम से फुलवारीशरीफ जेल के जेलर से पूछताछ करने की तैयारी में है। पटना पुलिस का रवैया देखकर लग रहा है कि कहीं न कहीं इस मामले में लीपापोती का खेल बड़े पैमाने पर चल रहा है। भले ही पटना पुलिस के वरीय अधिकारी रवि गोप के मामले में गंभीरता दिखा रहे हों लेकिन कुख्यात के बेल पर निकल जाने के मामले में पुलिस अपने ही जिम्मेदार अधिकारियों को लेकर नरम दिख रही।
सूत्रों की माने तो सिटी एसपी वेस्ट ने जो जांच रिपोर्ट दी है उसमें किसी भी पुलिस से अधिकारी पर कार्यवाई को लेकर कोई अनुशंसा नहीं की गई है, यानी यह बात बिल्कुल तय है कि रवि गोप मामले में लीपापोती कर दी गई है. पटना पुलिस का रवैया बेहद ढोल बोल रहा है और अब इस मामले को और लंबा खींचने के लिए इसमें नया पेंच फसाया गया है. पटना पुलिस जिला प्रशासन के माध्यम से जेलर से पूछताछ करने वाली है. पटना के सीनियर एसपी उपेंद्र शर्मा पहले ही कह चुके हैं कि 9 दिसंबर को कोर्ट से प्रोडक्शन वारंट ले लिया जाएगा. यह बात जेलर को बताई गई थी और कहा गया था कि 11 बजे तक रवि गोप को जेल से ना छोड़े. फिर भी उसे सुबह 8 बजे छोड़ दिया गया. पटना पुलिस इस मामले में अपनी गिरेबान की बजाय जेल प्रशासन का दाग दिखाने की कोशिश कर रही है.
जेल अधीक्षक सत्येंद्र कुमार पहले ही कह चुके हैं कि जेल मैनुअल के हिसाब से रवि को जेल से छोड़ा गया था. जेल मैनुअल कहता है कि किसी भी कोर्ट से अगर बंदी की रिलीजिंग आर्डर आ जाए तो उसे छोड़ देना है और अगर हमसे यह पूछा जाए कि कोर्ट के ऑर्डर के बाद बंदी को क्यों नहीं छोड़ा गया तो हम क्या जवाब देते. जेल कोर्ट के आदेश पर चलता है. इस पूरे मामले में जेल प्रशासन का हवाला देते हुए प्रशासन के ठीकरा उनके ऊपर फोड़ना चाहता है. पटना पुलिस यह मानने को तैयार नहीं है कि उसकी नाकामियों की वजह से रवि को अरेस्टिंग के बाद बेल पर निकलने में कामयाब रहा और फिर नेपाल भागने में.