पुलिस की चौकसी पर उठा सवाल: मुजफ्फरपुर में लग्जरी कार सवार बदमाशों का दुस्साहस देखिये, गैस कटर से SBI ATM काटकर 25 लाख उड़ाए तेजस राजधानी एक्सप्रेस में परोसा गया खराब खाना, यात्रियों का आरोप—शिकायत पर बोला स्टाफ “कंप्लेन कही भी कर लो कुछ नहीं होगा” अच्छी नौकरी करने वाली पत्नी को नहीं मिलेगा गुजारा भत्ता, इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला जानिये कौन है प्रमोद निषाद?..जिसने 19 हजार फर्जी आधार कार्ड का पूरा नेटवर्क खड़ा कर दिया जमुई में महादलित युवक को नंगा करके पीटा, वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर किया वायरल IndiGo Flight News: इंडिगो की उड़ानों का रद्द होने का सिलसिला जारी, पटना से 8 फ्लाइट कल कैंसिल आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU अगुवानी–सुल्तानगंज पुल का मुख्य सचिव ने किया निरीक्षण, मई 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य Pawan Singh Threat Case: ‘हम जो करते हैं खुलेआम करते हैं, पवन सिंह को धमकी नहीं दी’, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का ऑडियो आया सामने
08-Dec-2022 01:47 PM
MUZAFFARPUR: कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव से जुड़ी इस वक्त की सबसे बड़ी खबर सामने आ रही है। बीजेपी उम्मीदवार केदार प्रसाद गुप्ता ने इस सीट पर जीत हासिल कर ली है। उन्होंने जेडीयू को 3649 वोटों से मात दे दी है और वे खुद इस सीट के किंग बन चुके हैं। चुनाव के साथ-साथ मतगणना का दिन भी काफी दिलचस्प रहा। शुरूआती दौर में बीजेपी ने बढ़त बनाए रखी लेकिन बाद में ऐसा लग रहा था जैसे ये सीट बीजेपी से काफी दूर चली गई। आखिरकार बीजेपी ने इस सीट पर कब्ज़ा जमा लिया है। ये चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ-साथ उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के लिए भी बड़ा झटका है। बीजेपी देश की सबसे बड़ी पार्टी है और अब बिहार से एक और विधायक पार्टी से जुड़ गए हैं।
बिहार की राजनीति के लिए आज का दिन बेहद खास रहा। आज यानी 8 दिसम्बर का दिन बीजेपी के लिए यादगार रहेगा। कुढ़नी उपचुनाव का परिणाम अब सामने अ चूका है और बीजेपी ने इस सीट पर अपना कब्ज़ा जमा लिया है। इस सीट पर बीजेपी ने अपना जलवा दिखा दिया है। कुढ़नी के चुनावी मैदान में बीजेपी और जेडीयू के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली। वीआईपी और AIMIM ने भी इस सीट पर अपने उम्मीदवार उतारे थे लेकिन दोनों ही पार्टियों की हालत खराब हो गई।
बीजेपी की तरफ से केदार प्रसाद गुप्ता को चुनावी मैदान में उतारा गया, जबकि महागठबंधन से जेडीयू की सीट पर मनोज कुशवाहा उम्मीदवार थे। केदार गुप्ता और मनोज कुशवाहा दोनों ही पूर्व मुखिया होने के साथ साथ विधायक रह चुके हैं। वीआईपी की बात करें तो भूमिहार कार्ड खेलते हुए पार्टी ने नीलाभ कुमार को उम्मीदवार बनाया था। जबकि AIMIM सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी और जेडीयू के साथ बड़ा दाव खेलते हुए जिला पार्षद गुलाम मुर्तजा अंसारी को मैदान में उतारा था। तमाम राजनीतिक पार्टियां अपने जीत का दावा करती रही लेकिन आखिरकार इस सीट पर बीजेपी ने अपना कब्ज़ा जमा लिया।