India Nepal Train Service: अनिश्चितकाल के लिए बंद हुई भारत-नेपाल रेल सेवा, हिंसक प्रदर्शन को लेकर रेलवे ने लिया फैसला India Nepal Train Service: अनिश्चितकाल के लिए बंद हुई भारत-नेपाल रेल सेवा, हिंसक प्रदर्शन को लेकर रेलवे ने लिया फैसला Aishwarya Rai Bachchan: ऐश्वर्या राय बच्चन पहुंची कोर्ट, दायर किया याचिका; जान लें... क्या है मामला? Asia Cup 2025: एशिया कप को लेकर ACC का बड़ा फैसला, अब विनर को मिलेंगे इतने पैसे; इस तरह प्लेयर होंगे मालामाल Train Accident At Kiul Junction: टला बड़ा रेल हादसा, तीन डब्बे ट्रैक से उतरे; लखीसराय-किऊल रेलखंड पर आवागमन प्रभावित CM Fellowship Scheme Bihar : मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना को मिली मंजूरी, IIM बोधगया में होगी ट्रेनिंग बिहार का वर्ल्ड क्लास हेल्थ सिस्टम देखिए: मेडिकल कॉलेज में परिजन ने हाथ से पकड़ी स्लाइन की बोतल, स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठे सवाल बिहार का वर्ल्ड क्लास हेल्थ सिस्टम देखिए: मेडिकल कॉलेज में परिजन ने हाथ से पकड़ी स्लाइन की बोतल, स्वास्थ्य व्यवस्था पर उठे सवाल Bihar News: एक बार फिर बिहार आ रहे हैं धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री, 6 दिनों तक यहां करेंगे प्रवास SSC की सख्ती: सोशल मीडिया पर पेपर डिस्कशन पर रोक, उल्लंघन किया तो होगी जेल और देना होगा 1 करोड़ का जुर्माना
16-Mar-2023 05:48 PM
By First Bihar
ARA/PATNA: बिहार के पूर्व मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के सुप्रीमो मुकेश सहनी ने गुरुवार को कहा कि सरकार और सिस्टम में रहकर ही अपने समाज का कल्याण और गरीबों का हक दिलवाया जा सकता है, इसलिए जरूरत है कि समाज के लोग एकजुट हों। मुकेश सहनी गुरुवार को भोजपुर के कोईलवर प्रखंड स्थित कायमनगर बिन्द टोली में 'वीआईपी कार्यकर्ता मिलन' समारोह में शामिल हुए।
समारोह को संबोधित करते हुए सहनी ने कहा कि वीआईपी 9 साल के संघर्षों के बाद सरकार में शामिल हुई लेकिन किसी के इशारे में नहीं चलने के कारण हमारे विधायक तोड़ लिए गए। हालांकि उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी लगातार मजबूत हो रही है। उन्होंने लोगों से बच्चों को पढ़ाने और अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहने की अपील करते हुए कहा कि हमारे पूर्वज अपने अधिकारों के प्रति जागरूक नहीं थे, जिस कारण बिहार में निषादों को अधिकार नहीं मिल सका है।
उन्होंने कहा कि देश एक संविधान और एक कानून से चल रहा। लेकिन कई राज्यों में निषाद समाज को आरक्षण मिलता है लेकिन बिहार, झारखंड, यूपी में निषाद को आरक्षण नहीं मिल रहा है। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि जिनकी नियत और नीति सही नहीं होगी उसकी पार्टी कमजोर होगी, लेकिन वीआईपी तेजी से मजबूत हुई है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि वीआईपी ने कम समय में बड़ा मुकाम हासिल किया है।
मुकेश सहनी ने जोर देते हुए कहा कि यूपी में जब मायावती, बिहार में जीतन राम मांझी और लालू प्रसाद मुख्यमंत्री बन सकते है तो निषाद का बेटा मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन सकता। सहनी ने दावा करते हुए कहा कि राज्य में निषादों का 15 प्रतिशत वोट है। 2024 और 2025 में होने वाले चुनाव में वीआईपी मजबूती से चुनाव लडेंगी और अपना खोया हुआ साम्राज्य हासिल करेगी।