ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025: पूर्व IPS शिवदीप लांडे इस सीट से लड़ेंगे बिहार विधानसभा का चुनाव, NR कटवाने के बाद खुद किया एलान Bihar Election 2025: पूर्व IPS शिवदीप लांडे इस सीट से लड़ेंगे बिहार विधानसभा का चुनाव, NR कटवाने के बाद खुद किया एलान Bhojpur News: वर्मा फाउंडेशन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स ने रचा नया इतिहास, 124 विद्यार्थियों का CHO के पद पर हुआ चयन Bhojpur News: वर्मा फाउंडेशन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स ने रचा नया इतिहास, 124 विद्यार्थियों का CHO के पद पर हुआ चयन IRCTC घोटाले को लेकर रोहित सिंह ने लालू परिवार पर बोला बड़ा हमला, कहा– ‘तेजस्वी की हार राघोपुर से तय’ Bihar News: बिहार से दिल्ली जा रही एक्सप्रेस ट्रेन की AC बोगी में उठा धुआं, रेल यात्रियों में मचा हड़कंप; ऐसे टला बड़ा हादसा Bihar News: बिहार से दिल्ली जा रही एक्सप्रेस ट्रेन की AC बोगी में उठा धुआं, रेल यात्रियों में मचा हड़कंप; ऐसे टला बड़ा हादसा Bihar Election 2025: जन सुराज पार्टी की दूसरी लिस्ट जारी होते ही हंगामा, कार्यकर्ताओं ने प्रशांत किशोर पर टिकट बेचने के लगाए आरोप Bihar Election 2025: जन सुराज पार्टी की दूसरी लिस्ट जारी होते ही हंगामा, कार्यकर्ताओं ने प्रशांत किशोर पर टिकट बेचने के लगाए आरोप BIHAR ELCTION : क्या अकेले विधानसभा चुनाव के मैदान में होंगे तेजस्वी यादव ? सीट बंटवारे पर कहा -हमारा आज -कल में हो जाएगा

‘पहले गरीबों के बच्चे पढ़ नहीं पाते थे.. अंग्रेजी कमजोर होने से फेल हो जाते थे’ कर्पूरी की पोती ने सुनाया पुराना किस्सा

‘पहले गरीबों के बच्चे पढ़ नहीं पाते थे.. अंग्रेजी कमजोर होने से फेल हो जाते थे’ कर्पूरी की पोती ने सुनाया पुराना किस्सा

24-Jan-2024 03:32 PM

By First Bihar

PATNA: समाजवादी नेता और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। केंद्र सरकार के इस ऐलान के बाद कर्पूरी ठाकुर के परिवार में खुशी है। इस फैसले को लेकर कर्पूरी ठाकुर की पोती डॉ. जागृति ने कहा कि उन्हें बहुत गर्व महसूस हो रहा है।


डॉ. जागृति ने कहा कि उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है। उन्होंने कहा कि बहुत ही गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं कि हम उस परिवार से ताल्लुक रखते हैं। हम उनकी पोती हैं, उनकी बहुत सारी कहानियां हैं। हमने अपने दादाजी को देखा नहीं है। माता-पिता ने हमें उनके बारे में बताया है कि वे जन-जन के नायक थे। वे गरीबों, असहायों के थे।


उन्होंने कहा कि दादा जी के साथ मेरी कोई यादें नहीं हैं, लेकिन घर में सब बताते हैं कि पहले गरीबों के बच्चे पढ़ नहीं पाते थे। अंग्रेजी में कमजोर होते थे, इस वजह से वे फेल हो जाते थे। उन बच्चों के लिए दादाजी ने काम किया। वहीं केंद्र सरकार के फैसले पर कर्पूरी ठाकुर के बेटे जेडीयू सांसद रामनाथ ठाकुर ने कहा कि यह 34 साल की तपस्या का फल है। उन्होंने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखी थी।