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13-Dec-2021 01:57 PM
PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पटना में 'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम में लोगों की समस्याएं सुन रहे. कार्यक्रम में दूर-दूर से आए लोग अपनी समस्याएं सुना रहे हैं. आज शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, वित्त और श्रम संसाधन विभाग से जुड़े मामलों की सुनवाई हो रही है. ज्यादातर मामले शिक्षा विभाग से जुड़े आ रहे हैं.
इस दौरान स्कूल से मूल प्रमाण पत्र न मिलने से जुड़ा एक मामला सामने आया. अभी महिला अपनी समस्या बता ही रही थी कि नीतीश कुमार ने अधिकारियों से पूछ लिया कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति वाले को नहीं बुलाया है क्या. दिख नहीं रहा. चेयरमैन क्यों नहीं आया, उसको बुलाइए और यहां बैठाइए. अधिकारियों ने बताया कि पत्र दिया गया था, उनकी जगह सचिव आये हैं.
दरअसल, आज शिक्षा विभाग से जुड़े मामले अधिक आ रहे हैं. उनकी समस्याएं सुनने के लिए बिहार शिक्षा समिति के सचिव अनूप कुमार सिन्हा तो आये थे पर चेयरमैन आनंद किशोर नहीं पहुंचे थे. इसलिए नीतीश कुमार गुस्सा हो गये, और उन्हें तुरंत बुलाने का निर्देश दिया. आम तौर पर मुख्यमंत्री शिकायतों का निपटारा करने के लिए फरियादी की समस्या सुनने के बाद उन्हें संबंधित विभाग के अधिकारियों के पास भेज देते हैं. लेकिन आज देखा गया है कि अधिकारियों को बुलाकर ही सामूहिक रुप से उन्हें निर्देशित कर रहे हैं.
इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाज कल्याण विभाग से संबंधित शिकायतों को लेकर भी सख्त हुए. सरकारी भवन बनने के बाद भी आंगनबाड़ी केंद्र निजी जगह पर चलने पर सीएम ने फोन कर सम्बन्धित अधिकारियों को फटकार लगाई.
आम तौर पर मुख्यमंत्री शिकायतों का निपटारा करने के लिए फरियादी की समस्या सुनने के बाद उन्हें संबंधित विभाग के अधिकारियों के पास भेज देते हैं. लेकिन आज देखा गया है कि अधिकारियों को बुलाकर ही सामूहिक रुप से उन्हें निर्देशित कर रहे हैं.