Bihar News: बिहार के इस यूनिवर्सिटी में छिड़ा भारी घमासान, VC और प्रॉक्टर के खिलाफ थाने में शिकायत Bihar News: बिहार के इस यूनिवर्सिटी में छिड़ा भारी घमासान, VC और प्रॉक्टर के खिलाफ थाने में शिकायत Bihar News: रिसेप्शन पार्टी में घुसकर शराबियों का हंगामा, दुल्हन समेत 6 को पीटा Bihar News: पहली पत्नी के रहते बिहार पुलिस चालक ने की दूसरी शादी, दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज Bihar Assembly Election 2025: बिहार चुनाव 2025 से पहले NDA घटक दलों की सियासी हलचल तेज, चिराग और कुशवाहा करेंगे शक्ति प्रदर्शन Bihar Crime News: भरी पंचायत में बेटे ने पिता को उतारा मौत के घाट, छापेमारी जारी Bihar News: बिहार में यहां खुलेगा भारत का चौथा शेर प्रजनन केंद्र, वन विभाग ने शुरू की तैयारी Bihar Crime News: बाढ़ में गैंगवार, 20 राउंड फायरिंग में 2 को लगी गोली Road Accident: मक्का लोड पिकअप दुर्घटनाग्रस्त, 5 की मौत; 20 घायल Patna Metro: पटना मेट्रो में बिना पढ़े-लिखे लोग भी कर सकेंगे सफर, जानें... क्या है खास सुविधा जो बनाएगी यात्रा आसान
05-Nov-2019 05:22 PM
PATNA: तीस हजारी कोर्ट के बाद साकेत कोर्ट में पुलिस पर वकीलों द्वारा हमले के बाद बिहार पुलिस दिल्ली पुलिस के समर्थन में उतर गई है. इस घटना की जांच की मांग की है.
बिहार पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह कहा कि दिल्ली पुलिस के हर पीड़ित पुलिस के साथ खड़ा है. साथ ही इस मामले में दिल्ली पुलिस को बिहार पुलिस एसोसिएशन नैतिक समर्थन करता है. मामले की निष्पक्ष जांच की मांग करता है. दोषी जो भी पक्ष हो उस पर कार्रवाई हो. पुलिस और वक़ील दोनों कानून को जानने वाले है। किसी को भी क़ानून को हाथ में नहीं लेना चाहिए. बिहार के तमाम पुलिस वाले इस घटना पर पैनी नज़र रखे हैं.
सिंह ने कहा कि एक तस्वीर विचलित कर रही है. दिल्ली के साकेत कोर्ट के बाहर वकील पुलिसकर्मी को मार रहा है. पुलिस के जवान का हेलमेट ले लिया गया है. जवान बाइक से निकलता है तो वकील उस हेलमेट से बाइक पर दे मारता है. जवान के कंधे पर मारता है. यह दिल्ली ही नहीं भारत के पुलिस का अपमान है. गृहमंत्री अमित शाह को इस जवान के पक्ष में खड़ा होना चाहिए. एक पुलिस को इस तरह से पीटा जाना शर्मनाक है. अदालत के सामने घटना हुई है. दिल्ली पुलिस यदि काम बंद कर दें और सत्याग्रह करें. उपवास करें. तो क्या हाल होगा. भगवान से प्रार्थना करता हूं कि दिल्ली पुलिस को नैतिक बल दें. हिंसा का पक्ष नहीं लिया जा सकता है. अगर यही काम पुलिस किसी वकील के साथ करती तो वक़ील के साथ काफ़ी लोग खड़े हो जाते. वक़ील भाई अपने इंसाफ के लिए कोर्ट से बाहर फ़ैसला करें यह उचित नहीं है. दिल्ली मामले का तत्काल सरकार और न्यायपालिका हल निकाले.