पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
08-Jun-2023 08:51 AM
ROHTAS : बिहार के रोहतास से एक सनसनीखेज मामला निकल कर सामने आ रहा है। यहां सासाराम के नासरीगंज-दाऊदनगर सोन पुल के पिलर और दीवार के बीच एक 12 वर्षीय किशोर फंस गया है। यह बच्चा दो दिनों से लापता था, अब पिलर और दिवार के बीच फंसे होने के कारण रेस्क्यू के लिए ऑपरेशन चल रहा है। मौके पर अधिकारियों की टीम मौजूद है। बचाव के लिए पटना से एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया है।
दरअसल, सासाराम के नासरीगंज-दाउदनगर मुख्य पथ पर स्थानीय थाना क्षेत्र के जमालपुर व अतिमीगंज के निकट नासरीगंज-दाऊदनगर सोन पुल के पिलर और दीवार के बीच एक 12 वर्षीय किशोर के फंस जाने से अफरातफरी मच गयी। एक फुट से भी कम चौड़े दरार में फंस जाने से बालक का शरीर आंशिक रूप से दिखाई दे रहा है।
बताया जा रहा है कि, नासरीगंज के खिरियाव गांव के रहने वाले भोला साह का 12 वर्षीय पुत्र रंजन कुमार मानसिक रूप से कमजोर है। वह दो दिनों से घर से लापता था। लेकिन अचानक पता चला कि वह पुल के बीच स्थित पिलर के नीचे फंसा हुआ है। कुछ लोगों ने जब बच्चे की रोने की आवाज सुनी तो पुलिस को सूचना दिया। जिसके बाद स्थानीय स्तर पर प्रशासन की टीम की मदद से बच्चे को रेस्क्यू करने की कोशिश की जा रही है।
इधर, बच्चे को बचाने के लिए पटना से एसडीआरएफ की टीम बुलायी जा गयी है। बीडीओ ने बताया कि दरार एक तरफ से खुली हुई है और दूसरी तरफ से बंद हैं। ऐसे में आक्सीजन की कमी न हो इसीलिए सिलिंडर और पाइप के सहारे पर्याप्त मात्रा में आक्सीजन दरार के भीतर पहुंचायी जा रही है। उन्होंने बताया कि मौके पर कई आक्सीजन सिलींडर उपलब्ध हैं। आवश्यकता पड़ने पर और सिलिंडर मंगाये जायेंगे। इस बीच बांस-बल्ले की सीढ़ियों से बच्चे के निकट पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है।