ब्रेकिंग न्यूज़

बिहार स्वास्थ्य विभाग में बड़ी प्रोन्नति: 1,222 डॉक्टरों को ACP–DACP लाभ, सूची वेबसाइट पर जारी गोपालगंज में बुलडोजर एक्शन: सड़कों को कराया गया अतिक्रमण मुक्त Traffic Challan: मनमाने ढंग से काटे जा रहे ट्रैफिक चालान के खिलाफ HC में याचिका दायर, पटना हाई कोर्ट ने बिहार सरकार से मांगा जवाब Traffic Challan: मनमाने ढंग से काटे जा रहे ट्रैफिक चालान के खिलाफ HC में याचिका दायर, पटना हाई कोर्ट ने बिहार सरकार से मांगा जवाब Patna School News: खतरे में पटना के 67 प्राइवेट स्कूलों का रजिस्ट्रेशन, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दिए जांच के दिए आदेश Patna School News: खतरे में पटना के 67 प्राइवेट स्कूलों का रजिस्ट्रेशन, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दिए जांच के दिए आदेश BPSC 70वीं मेंस परीक्षा का रिजल्ट जारी, 5,401 अभ्यर्थी हुए सफल BIG BREAKING: नितिन नबीन के इस्तीफे के बाद दिलीप जायसवाल और विजय कुमार सिन्हा को मिली बड़ी जिम्मेदारी Bihar Crime News: DIG के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर ठगी, पुलिस ने साइबर क्रिमिनल को राजस्थान से किया अरेस्ट Bihar Crime News: DIG के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर ठगी, पुलिस ने साइबर क्रिमिनल को राजस्थान से किया अरेस्ट

बिहार में सरकार ने मुखिया को दिया पावर, अब करवा सकते है ये काम

बिहार में सरकार ने मुखिया को दिया पावर, अब करवा सकते है ये काम

14-Feb-2023 01:28 PM

By First Bihar

SITAMADHI: बिहार के सभी जिलों के मुखिया को एक और और शक्ति दी गई है. बता दे अब मुखिया फसलों को नुकसान पहुंचाने वाले घोडपरास या जंगली सुअर को शूट आउट करवा सकते है. इसके बाद कुछ प्रक्रिया पूरी कर शूट आउट करवाने के साथ ही शव को दफन करवाने की भी जिम्मेवारी मुखिया की ही होगी. 


लेकिन दोनों जानवरों को शूट आउट करने के लिए शूटर की खोज मुखिया को नही करनी है. इसके लिए सरकार ने शूटरों की बकायदा सूची जारी कर दी है. वही सरकार के इस कदम से उन किसानों को राहत मिलने की उम्मीद है जिनकी फसल ये जानवर बर्बाद कर देते हैं.


आपको बता दे कि ये दोनों जानवर भ्रमणशील होते है. ये जानवर फसलों को अपना भोजन बनाते है. ये दोनों जानवर मक्का, आलू और अन्य फसलों को खा कर अपनी भूख मिटाते है. जिससे किसानों की कड़ी मेहनत से खेतों में लहलहाती फसलों को निवाला बनाकर ये दोनों जंगली जानवर अपना पेट भर लेते है. जिससे किसानों की मेहनत पर पानी फिर जाता है. काफी समय से इन जानवरों से किसान परेशान है. यह समस्या राज्य के कई जिले के है. जिसमें से सीतामढ़ी जिले के भी कई प्रखंडों के किसान इन दोनों जानवरों के फसलों को क्षति पहुंचाने से सालों से परेशान है.