वैशाली में कोचिंग जा रही छात्रा से छेड़खानी, केस वापस लेने का दबाव, पूरे परिवार को जान से मारने की दी धमकी पुल निर्माण के दौरान मिट्टी धंसने से 10 वर्षीय किशोर की दर्दनाक मौत, बकरी चराने के दौरान हादसा BIHAR: निषाद आरक्षण पर राजनीति तेज, VIP ने BJP पर जनता को बरगलाने का लगाया आरोप मुजफ्फरपुर में बेपटरी हुई मालगाड़ी, बाल-बाल बचा रेल कर्मी, ट्रेनों का परिचालन बाधित Bihar News: नहाने के दौरान डूबने से दो लड़कियों की मौत, दादा को खाना पहुंचाने गई थीं दोनों बच्चियां आरा में 22 जून को 'संत सम्मेलन' का आयोजन, जन जागरण सेवा कल्याण संस्थान का कार्यक्रम JDU विधायक के भांजे की हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी गिरफ्तार, प्रॉपर्टी के लिए छोटे भाई ने घटना को दिया था अंजाम Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस Bihar News: काली कमाई से अकूत संपत्ति बनाने वाले अपराधियों की खैर नहीं, इस नए कानून को हथियार बनाएगी बिहार पुलिस IOCL में प्रबंधन की तानाशाही के खिलाफ आमरण अनशन, पूर्वी क्षेत्र के सभी लोकेशनों पर विरोध प्रदर्शन जारी
30-Jun-2023 01:39 PM
By SONU
NAWADA : राजधानी पटना समेत पूरे बिहार में शुक्रवार को जमकर बदरा बरसे। जिससे मौसम सुहाना हो गया। हालांकि, ये बारिश कहर बनकर भी टूटी। नवादा में आज दोपहर वज्रपात की चपेट में चार लोग आ गए। जिसमें इलाज के दौरान तीन की मौत हो गई।
मिली जानकारी के अनुसार, जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के आजमपुर गांव में आज दोपहर बारिश के दौरान वज्रपात से चार लोग झुलस गए थे। जिन्हें इलाज के लिए वारिसलीगंज पीएचसी लाया गया। जहां डॉक्टरों ने तीन लोग को मृत घोषित कर दिया। जबकि एक व्यक्ति अभी पीएचसी में इलाजरत है। उसे पावापुरी मेडिकल कालेज रेफर किया गया है। मृतक की पहचान आनंदी सिंह का पुत्र मोनू कुमार, देवनारायण सिंह का पुत्र अजय कुमार और अनिल झा की मौत हुई है, जबकि गौतम कुमार अभी भी इलाजरत है।
वहीं, इससे पहले जमुई, मुंगेर, गया व खगड़िया के एक-एक और लखीसराय-शेखपुरा के दो-दो व्यक्ति शामिल हैं। इनमें तीन लोगों की जान खेत में काम करने के दौरान हो गई। वहीं, एक की मौत पशु चराने के दौरान हुई। आमतौर पर वज्रपात होने की सबसे ज्यादा संभावना पहाड़ और पेड़ में होती है। इसके साथ ही हमें तालाब या पानी वाली जगह, ट्रांसफॉर्मर या टॉवर के नीचे कभी भी बारिश के समय खड़ा नहीं होना चाहिए। इन जगहों पर वज्रपात का खतरा ज्यादा होता है।
आपको बताते चलें कि, वज्रपात के समय किसी ऊंचे क्षेत्र पर जाने से बचें। इसके साथ ही कभी भी पेड़ के नीचे खड़े ना हो। खुले स्थान में हैं तो जल्दी से घर में चले जाएं लेकिन खिड़की और दरवाजें से दूर रहें। बिजली के पोल व मोबाईल टावर से दूर रहें। घर में पानी का नल या इलेक्ट्रॉनिक मशीनों को बंद कर दें। एक जगह पर कभी भी समूह में खड़े न हों। एक दूसरे से कम से कम 15 फीट दूरी बनाकर रखें।