बिहार में बाघ का कहर: 65 साल की बुजुर्ग महिला को जिंदा चबा गया बाघ, परिजनों को मिला सिर्फ पैर का हिस्सा BIHAR ELECTION : लालू यादव की चादरपोशी से गरमाई बिहार की सियासत, जदयू-भाजपा ने लगाया यह आरोप Bihar Election 2025: NDA में सीट शेयरिंग से पहले उम्मीदवारों का एलान, JDU के बाद अब BJP ने भी इस सीट से कैंडिडेट की घोषणा की Bihar Election 2025: NDA में सीट शेयरिंग से पहले उम्मीदवारों का एलान, JDU के बाद अब BJP ने भी इस सीट से कैंडिडेट की घोषणा की Teacher Vaccancy: शिक्षक बनने का सपना होगा पूरा ! 1180 पोस्ट पर आई वैकेंसी, बिना एग्जाम मिलेगा जॉब; जानिए तरीका MURDER IN LOVE AFFAIR : इश्क का खौफनाक अंजाम ! 6 दिन से लापता प्रेमी-प्रेमिका का 6 टुकड़ों में मिला शव, दोस्त भी हुआ गायब Life Style: डायबिटीज में कौन सी शुगर सही? जानें.. ब्राउन शुगर, व्हाइट शुगर और अन्य विकल्पों की सच्चाई Life Style: डायबिटीज में कौन सी शुगर सही? जानें.. ब्राउन शुगर, व्हाइट शुगर और अन्य विकल्पों की सच्चाई Ration Card New Rules: बदल गए राशन कार्ड के नियम, अब इन लोगों को मिलेगा विशेष लाभ; पढ़ लें... पूरी खबर Jitiya Vrat 2025: जितिया व्रत में इन बातों का रखें खास ध्यान, भूलकर भी न करें ये काम, जानें... पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
03-Oct-2021 07:16 AM
PATNA : बिहार के एक बड़े शराब माफिया के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने कार्रवाई की है। ईडी ने माफिया संजय प्रताप सिंह और उसकी पत्नी किरण देवी के साथ-साथ सहयोगी श्रीकुमार सिंह की संपत्ति को अपने कब्जे में ले लिया है। यह तीनों भोजपुर जिले में 2012 में हुई जहरीली शराब कांड के आरोपी हैं। 2012 में जहरीली शराब पीने से भोजपुर जिले में 21 लोगों की मौत हो गई थी।
प्रवर्तन निदेशालय ने कार्यवाही करते हुए संजय प्रताप सिंह और उसके करीबियों की कुल 12 से अधिक के चल अचल संपत्ति को जब्त कर अपने कब्जे में ले लिया है। ईडी के मुताबिक एक निर्माणाधीन इमारत के साथ-साथ ईट भट्ठा और 1.13 करोड़ों रुपए के 13 अलग-अलग भूखंडों समेत 15 अचल संपत्तियां इस मामले में अटैच की गई हैं। प्रवर्तन निदेशालय की यह कार्रवाई धन शोधन से जुड़े मामले में की गई है।
आपको याद दिला दें कि भोजपुर जिले में साल 2012 में जहरीली शराब पीने से 21 लोगों की मौत हो गई थी। बिहार पुलिस ने तब संजय और उसके एक अन्य सहयोगी के खिलाफ मामला दर्ज किया था। ईडी ने जो जानकारी इकट्ठा की है उसके मुताबिक संजय की तरफ से बनाई गई अवैध संपत्ति के जरिए ही जहरीली शराब का निर्माण किया गया था। इस मामले में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।