ब्रेकिंग न्यूज़

मुंगेर में चुनाव से पहले 1.72 किलो चांदी जब्त, फ्लाइंग स्क्वॉड टीम की बड़ी कार्रवाई मोतिहारी में चिकन पार्टी के बहाने युवक की हत्या, नेपाल से दो आरोपी गिरफ्तार मुंगेर में चुनाव से पहले अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 15 निर्मित और 8 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ दो गिरफ्तार जमुई में हाई-वोल्टेज ड्रामा: 80 दिन से फरार पति प्रेमिका संग घर लौटा, पहली पत्नी ने थाने में दर्ज करायी शिकायत BIHAR NEWS : रुपए के लेन-देन में महिला के सिर में मारी गोली, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका BIHAR NEWS : सुपौल में नदी में नहाते समय किशोरी की दर्दनाक मौत, मातम का माहौल Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें Diwali 2025: दूर कर लें कंफ्यूजन! 20 या 21 अक्टूबर कब है दीपावली? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय

बिहार: बैरिकेडिंग हटाने के मामले में जेडीयू विधायक सहित 4 पर एफआईआर

बिहार: बैरिकेडिंग हटाने के मामले में जेडीयू विधायक सहित 4 पर एफआईआर

07-May-2021 09:16 AM

BHAGALPUR: कंटेनमेंट जोन में नवगछिया स्टेशन के पास की गई बैरिकेडिंग हटाने के मामले में गोपालपुर से जेडीयू विधायक गोपाल मंडल और तीन अज्ञात लोगों के विरुद्ध नवगछिया थाने में गुरुवार को प्राथमिकी दर्ज की गई है। 




थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने कहा कि नवगछिया के बीडीओ प्रशांत कुमार और नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी संजीव कुमार सुमन की जांच रिपोर्ट के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। केस के आईओ एसआई वीरेंद्र कुमार को बनाया गया है। इधर, डीआईजी सुजीत कुमार ने भी इसकी पुष्टि की है। बता दें कि मंगलवार की शाम विधायक गोपाल मंडल का काफिला स्टेशन रोड से गुजर रहा था। इसी दौरान विधायक ने अपने सुरक्षा गाड़ी से बैरिकेडिंग हटवा दी थी। इसी मामले में उन पर केस दर्ज किया गया है।


जब वायरल वीडियो के बारे में विधायक गोपाल मंडल से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 'अगर हम किसी को फोन करके बुला कर हटाने के लिए कहते तो हमपर मुकदमा हो सकता था। इसलिए हमने नहीं कहा। हम लड़ाकू आदमी हैं, हम सब काम अपने से करते हैं। किसी कार्यकर्ता को कुछ नहीं होने देंगे, अपने से बंदूक राइफल लेकर उतरेंगे और जो देना होगा वो देंगे। हम उस समय प्रशासन में किससे कहते, हम तो वहां फंस गए थे। हमको पैखाना लगा हुआ था, हम वहां से कैसे निकलते। दोनों ही बात थी पैखाना भी लगा हुआ था और भूख भी लगी हुई थी।'