Bihar News: बिहार में स्टील प्लांट और इलेक्ट्रॉनिक सिटी बनाने का प्रस्ताव पेश, जानिए सरकार का प्लान Patna News: तेजस राजधानी एक्सप्रेस में सीट विवाद, पूर्व रेलवे अफसर और भतीजी घायल Patna News: क्या आपकी दुकान या मकान भी पटना की सड़क के पास है, तो अब देना होगा इतना गुना टैक्स? जानिए पूरी डिटेल दरभंगा में 22 दिसंबर तक स्कूल बंद, कपकपाती ठंड को देखते हुए डीएम ने लिया फैसला बिहार में नहीं थम रहा भूमि विवाद का मामला: बेगूसराय में जमीन के लिए किसान को मारी गोली, हालत गंभीर सारण की अंजली कुशवाहा ने रचा इतिहास, प्रथम प्रयास में BSPHCL परीक्षा में बालिका वर्ग में सर्वोच्च स्थान सारण में आपसी विवाद में महिला पर हमला, इलाज के दौरान मौत, पति ने पट्टीदारों पर हत्या का लगाया आरोप BIHAR: चर्चित सजल अपहरण कांड का खुलासा, मास्टरमाइंड निकला साथ रहने वाला डॉक्टर बिहार की छात्राओं के लिए ‘साथी’ कार्यक्रम की शुरुआत, IIT जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग की व्यवस्था BIHAR: छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर शराब तस्करों ने किया हमला, सब इंस्पेक्टर समेत 4 जवान घायल
25-Apr-2020 08:34 AM
DESK : बिहार के हजारों छात्र कोटा में फंसे हुए हैं। अब घर पहुंचाने की मांग को लेकर कोटा के छात्रों ने अनशन शुरू कर दिया है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार से बार-बार घर पहुंचाने की गुहार लगाने के बाद अब छात्रों ने गांधीवादी तरीके से विरोध शुरू कर दिया है।
बिहार के छात्र-छात्रों ने हॉस्टल में उपवास करना शुरू कर दिया है. हाथों में तख्तियां लेकर कोटा में पढ़ने वाले बिहार के छात्र-छात्राएं गांधीवादी नीति के तहत छात्र तख्तियों पर ‘बुरा न देखो, बुरा न सुनो, बुरा न बोलो’ का संदेश दे रहे हैं। छात्रों का कहना है कि देश में उनकी आवाज नहीं सुनी जा रही है। बिहार के छात्रों का कहना है कि हम सरकार को जगाने का प्रयास कर रहे हैं। बिहार के अंदर हमारे सभी परिजन टेंशन में हैं। बिहार सरकार से हमारा अनुरोध है कि जल्द से जल्द और राज्यों की सरकारों की तरह, हमारे लिए भी राजस्थान सरकार से बात करके गाड़ी भेजें।
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोटा से बच्चों को उनके राज्यों में भेजने का विरोध जता चुके हैं। साथ ही नीतीश बिहार के बच्चों को बुलाने को तैयार नहीं हैं। अभी भी बिहार के करीब 11 हजार, झारखंड के 3 हजार, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के ढाई-ढाई हजार, महाराष्ट्र के 1800 और ओडिशा के करीब एक हजार बच्चे हॉस्टलों में फंसे हुए हैं।