IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं "बिहार को बनेगा स्टार्टअप हब", स्टार्टअप स्पार्क 2.0 में बोले उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा Patna Traffic: राजधानी में ट्रैफिक जाम की सूचना के लिए फोन और व्हाट्सएप्प नंबर जारी, तुरंत इन दो नंबरों पर दें जानकारी Patna News: पटना में बढ़ रही लग्जरी कारों की डिमांड, 3 साल में खरीदे गए 1403 महंगे फोर व्हीलर; यह गाड़ी बनी लोगों की पहली पसंद Patna News: पटना में बढ़ रही लग्जरी कारों की डिमांड, 3 साल में खरीदे गए 1403 महंगे फोर व्हीलर; यह गाड़ी बनी लोगों की पहली पसंद सेक्स की नौकरी और कॉल बॉय बनाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, पटना से तीन शातिर गिरफ्तार Bihar News: बिहार के इस जिले में सांप के डसने से लड़की समेत दो की मौत, बरसात में बढ़े मामले टुनटुन साह और पूर्व मेयर सीमा साह VIP में शामिल, मुकेश सहनी बोले- अति पिछड़ों को मिलेगा हक Bihar Politics: 'सीमांचल में साम्प्रदायिक राजनीति की कोशिश में RJD-कांग्रेस’ मंत्री संतोष सुमन का बड़ा हमला
19-Sep-2020 03:03 PM
PATNA: बिहार के लौंगी भुईयां का आनंद महिंद्रा सपना साकार करेंगे. लौंगी भुईयां को आनंद महिंद्रा ट्रैक्टर देंगे. महिंद्रा ने कहा है कि जैसा कि आप जानते हैं, मैंने ट्वीट किया था कि उनको ट्रैक्टर देना मेरा सौभाग्य होगा. मुझे लगता है कि उनकी नहर ताज या पिरामिडों के समान प्रभावशाली है. उनका मेरा महिंद्रा ट्रैक्टर का उपयोग करना मेरे लिए सम्मान की बात माना जाएगा. उनके कैसे संपर्क किया जाए. हमारी टीम उनसे संपर्क करेगी.
प्रभावित हैं महिंद्रा
गया जिले बांकेबाजार कोठीलवा गांव के रहने वाले लौंगी भुईयां के मेहनत से महिद्रां ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा काफी उनसे प्रभावित है. उनकी कई खबर को अपने ट्विटर पर शेयर किया है. लौंगी भुईयां ने 30 साल तक अकेले पहाड़ काटकर जमीन तक 5 किलोमीटर लंबी नहर बनाकर कर मिसाल कायम की है. पानी के अभाव में वह खेती नहीं कर पाते थे. जिसके कारण उसने यह बड़ा फैसला किया. आज इस नहर से गांव के कई सैकड़ों खेती कर रहे हैं. उनके बनाई गई नहर से पानी अब आसानी से पहुंच जा रहा है.
परिवार के लोग करते थे मना
भुईयां के इस काम के जुनून को देख पत्नी, बहु और बेटा सभी लोग मना करते थे कि बिना मजदूरी वाला काम क्यों कर रहे हैं तो गांव के कुछ लोग उनको पागल समझे थे. इस बीच उनका पैर भी टूट गया. इलाज के बाद ठीक हुए थे तो फिर से अपने मिशन में लग गया. भुईयां अपने जीवन का महत्वपूर्व वक्त नहर बनाने में बित गया. उनको अफसोस है कि आजतक वह अपना घर नहीं बना पाए. अगर वह नहर नहीं बनाते तो वह काम कर अपना घर बना लेते थे. उनका सपना है कि उनका ट्रैक्टर हो. जिससे अब वह खेती कर सके. जो अब आंनद महिंद्रा साकार करने वाले हैं.