ब्रेकिंग न्यूज़

CLAT 2026 Topper: यशवर्धन ने CLAT 2026 में लहराया परचम, लॉ प्रेप से की थी तैयारी; ऑल इंडिया में 26वां रैंक किया हासिल Bihar Midday meal : कन्या विद्यालय में परोसा जा रहा खराब मिड डे मिल, छात्राओं ने की शिकायत; सोयाबीन के दर्शन तक दुर्लभ Bihar Bhumi: बेतिया राज की जमीन खाली कराने की तैयारी तेज, 32 हजार से अधिक कब्जाधारियों की सूची जारी Patna real estate : पटना में जमीन खरीदना ‘चाँद उतारने’ जैसा, बोरिंग रोड–अटल पथ साइड 6 करोड़ रुपये प्रति कट्ठा सरकारी रेट Bihar News: बिहार में शराबबंदी की खुली पोल, नशे में धूत होकर दो युवकों ने की मारपीट; घायल को कंधा देती दिखी पुलिस Patna Road Accident: पटना में तेज रफ्तार का कहर, हाईवे वाहन ने महिला को कुचला; मौके पर मौत Bhupesh Baghel : 'ये नितिन क्या कर लेगा, पहले भी एक नितिन आया था ..', 'नितिन' की नियुक्ति पर कांग्रेस नेता व पूर्व CM बघेल की बदजुबानी.... Bihar Health Department: बिहार में डॉक्टरों की प्रोन्नति का बड़ा फैसला, अब ACP और DACP लागू; जानें पूरी खबर Bihar Panchayat Election 2026 : बिहार पंचायत चुनाव 2026: बदलेगा आरक्षण रोस्टर, महिलाओं की बढ़ेगी भूमिका और तकनीक से होगी सख्ती Bihar schools : बिहार में जर्जर स्कूलों की सुधरेगी सूरत, चहारदीवारी और पानी विहीन विद्यालयों की मांगी गई लिस्ट; एक्शन में शिक्षा विभाग

AJRC के डायरेक्टर डॉ. आशीष सिंह ने रोबोटिक तकनीक से किया कुल्हा का सफल ऑपरेशन, मरीज को मिला नया जीवन

AJRC के डायरेक्टर डॉ. आशीष सिंह ने रोबोटिक तकनीक से किया कुल्हा का सफल ऑपरेशन, मरीज को मिला नया जीवन

10-Aug-2024 07:04 PM

By First Bihar

PATNA: डॉक्टर को दूसरा भगवान का दर्जा दिया जाता है क्योंकि कई जटिल रोगों की वज़ह से लोगों का जीवन जीना मुश्किल हो जाता है और डॉक्टर ही है, जो लोगों का इलाज कर नया जीवन देने का काम करते हैं। ऐसे ही हड्डी रोग से जुड़े असाध्य रोगों का इलाज अब पटना में आशीष जॉइंट् रिप्लेसमेंट केयर मे रोबोटिक तकनीक से सम्भव हो रहा है।


आशीष जॉइंट् रिप्लेसमेंट केयर के डायरेक्टर डॉ. आशीष सिंह ने बताया कि पश्चिम बंगाल से आये मरीज़ बीरबल साहू विगत 14 वर्षों से बेड पर थे और अपना पैर भी सीधा नहीं कर पाते थे। मेडिकल भाषा मे इस बीमारी को एनकोलाइजिंग स्पांडिलाइटिस (Ankylosing Spondylitis) और समान्य भाषा मे गठीया रोग कहा जाता है। एक प्रकार से यह एक जटिल बीमारी थी, जिसे रोबोटिक तकनीक से दोनों कुल्हा का सफल ऑपरेशन कर दिया गया है और 14 वर्षों के बाद मरीज़ अब चलने फिरने लगा है।


डॉ आशीष कुमार ने बताया कि पूरे बिहार ही नहीं बल्कि पूर्वी भारत के क्षेत्र मे रोबोटिक तकनीक से इलाज का यह एकमात्र अस्पताल है, जहां हड्डी रोग से जुड़े हर बीमारी का इलाज रोबोटिक तकनीक से किया जाता है।हमारे यहां बिहार ही नहीं बल्कि झारखंड, बंगाल, असम एवं बांग्लादेश से मरीज़ अपना इलाज करवाने आते है और हमारे यहां CGHS एवं आयुष्मान भारत कार्ड से इलाज की सुविधा भी उपलब्ध हैं।


वहीं पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले से आये मरीज़ बीरबल साहू ने बताया कि उन्होंने तो अपने जीवन को दूसरे पर बोझ और बेकार मान निराश हो चुके थे लेकिन उनकी पत्नी ने पूरा घर भी चलाया और इस अस्पताल में लेकर आयी। सही में डॉक्टर आशीष सर मेरे लिए भगवान की तरह है जिन्होंने मुझे नया जीवन दिया। उन्होंने तहे दिल से डॉक्टर आशीष को को धन्यवाद दिया है।