ब्रेकिंग न्यूज़

मुख्य सचिव ने दिए निर्देश: योग्य लाभार्थियों को मिले राशन कार्ड, PDS दुकानों की रिक्तियां शीघ्र भरें, Zero Office Day अभियान में सख्ती कैमूर में विवाहिता की संदिग्ध मौत, मायकेवालों ने ससुराल पक्ष पर लगाया जहर देकर मारने का आरोप Bihar: सोनपुर में मनाया गया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन, पौधारोपण समेत कई कार्यक्रमों का हुआ आयोजन Bihar: सोनपुर में मनाया गया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन, पौधारोपण समेत कई कार्यक्रमों का हुआ आयोजन Buxar News: विश्वामित्र सेना ने निकाली ‘सनातन जोड़ो यात्रा’, धार्मिक एकता और आस्था का अनूठा संगम Buxar News: विश्वामित्र सेना ने निकाली ‘सनातन जोड़ो यात्रा’, धार्मिक एकता और आस्था का अनूठा संगम वीरपुर में किसान सम्मान समारोह: संजीव मिश्रा ने सैकड़ों किसानों को किया सम्मानित World Athletics Championship 2025: वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचे नीरज चोपड़ा, पहले ही थ्रो में किया क्वालिफाई World Athletics Championship 2025: वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचे नीरज चोपड़ा, पहले ही थ्रो में किया क्वालिफाई यूट्यूबर दिवाकर सहनी और उनके परिवार के साथ मजबूती के साथ खड़ी है वीआईपी: मुकेश सहनी

अब तेजस्वी के भरोसे शरद, अपनी पार्टी का RJD में किया विलय

अब तेजस्वी के भरोसे शरद, अपनी पार्टी का RJD में किया विलय

20-Mar-2022 02:52 PM

DELHI : पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव की लोकतांत्रिक जनता दल का आज राष्ट्रीय जनता दल में विलय हो गया. आरजेडी में शरद यादव की पार्टी के विलय का कार्यक्रम पहले ही तय हो चुका था. आज दिल्ली स्थित शरद यादव के आवास पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की मौजूदगी में उनकी पार्टी का राष्ट्रीय जनता दल में विलय हो गया. शरद यादव के साथ तेजस्वी यादव और उनकी बड़ी बहन मीसा भारती के साथ-साथ आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी से लेकर उदय नारायण चौधरी तक इस मौके पर मौजूद थे. 


शरद यादव के बेटे भी तेजस्वी के साथ मंच पर मौजूद थे. इसके साथ ही यह मैसेज भी चला गया कि अब शरद के उत्तराधिकारी को तेजस्वी ही राजनीतिक रास्ता दे पाएंगे. इस मौके पर शरद यादव ने तेजस्वी यादव के नेतृत्व क्षमता की खूब तारीफ की. उन्होंने विपक्षी एकजुटता का हवाला दिया और कहा कि जनता दल परिवार ने कई बिखराव देखे हैं लेकिन अब वक्त आ चुका है कि सबको एकजुट हो जाना चाहिए. भारतीय जनता पार्टी जैसी शक्ति से बिना एकजुटता के मुकाबला संभव नहीं है.


बता दें कि कि 2017 में नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़ा और एनडीए के साथ फिर से गए तो शरद यादव ने उनका साथ देने से इंकार कर दिया था. जदयू से अलग होकर शरद यादव ने 2018 में अपनी पार्टी का गठन किया था. इसके बाद जेडीयू ने शरद यादव की राज्यसभा की सदस्यता समाप्त करा दी थी. शरद यादव उन नेताओं में रहे हैं जो लालू प्रसाद और नीतीश कुमार दोनों के साथ रहे, लेकिन नीतीश कुमार से राजनीतिक रिश्ते खराब होने के बाद शरद यादव अलग-थलग पड़ गए थे.


लेकिन अब शरद यादव अपनी पार्टी का विलय राजद में करके फिर से नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं. राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष का नेतृत्व किसके पास होगा, इसे लेकर सवाल किए जाने पर शरद यादव ने कहा कि यह सब कुछ बाद में तय हो जाएगा लेकिन पहले जरूरत इस बात की है कि विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ एकजुट हो. हमने पहले भी राष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व को चुना है और हम एक बार फिर से यह काम कर सकते हैं.