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26-Oct-2025 01:46 PM
By First Bihar
Bihar Election 2025 : जमुई जिले के झाझा विधानसभा क्षेत्र में जदयू के विधायक दामोदर रावत को अपने ही क्षेत्र में जनता के विरोध का सामना करना पड़ा। जानकारी के अनुसार, विधायक दामोदर रावत जनसंपर्क अभियान के तहत गिद्धको गांव पहुंचे थे, लेकिन जैसे ही वे गांव में आए, ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और बीते पाँच वर्षों में हुए विकास कार्यों का हिसाब मांगने लगे।
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप था कि चुनाव के दौरान विधायक ने कई वादे किए थे, लेकिन धरातल पर विकास कार्य न के बराबर दिख रहे हैं। ग्रामीणों ने विशेष रूप से सड़क, बिजली, जलापूर्ति और अन्य आधारभूत सुविधाओं की कमी को लेकर सवाल उठाए। उनका कहना था कि वादों के बावजूद आज तक क्षेत्र में कई जरूरी योजनाएँ पूरी नहीं हुई हैं।
घटना के दौरान माहौल कुछ देर तक गर्म रहा और विधायक को अपने पद के चलते ग्रामीणों के सवालों का सामना करना पड़ा। हालांकि, स्थानीय लोगों की समझदारी और मध्यस्थता से स्थिति को संभाल लिया गया और मामला शांत हुआ। इस घटना का पूरा वीडियो किसी ग्रामीण ने रिकॉर्ड कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में ग्रामीणों और विधायक के बीच हुई बहस साफ दिखाई दे रही है, जो राजनीतिक चर्चा का केंद्र बन गया है।
सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इस घटना ने क्षेत्र में राजनीतिक हलचल मचा दी है। वीडियो में दिख रहा है कि ग्रामीण अपने सवालों और नाराजगी को व्यक्त कर रहे हैं, जबकि विधायक उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं। यह दृश्य स्थानीय लोगों में चर्चा का विषय बन गया है और विपक्षी दल इसे आगामी चुनाव में अपने राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल करने की तैयारी में हैं।
वहीं, घटना के बाद जदयू नेताओं ने इसे केवल एक सामान्य जनसंपर्क गतिविधि बताया और कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए विधायक ने उनसे बातचीत की। पार्टी सूत्रों का कहना है कि किसी भी लोकतांत्रिक प्रक्रिया में जनता का सवाल उठाना सामान्य है और यह घटना क्षेत्र में विकास की आवश्यकता को उजागर करती है।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटना झाझा विधानसभा में आगामी चुनाव के लिए राजनीतिक माहौल को गर्म कर सकती है। उन्होंने कहा कि जनता की नाराजगी और सोशल मीडिया पर वायरल होने वाला यह वीडियो दोनों ही क्षेत्र में राजनीतिक दलों के लिए महत्वपूर्ण संकेत है। अगर विधायक और उनकी पार्टी समय रहते ग्रामीणों की समस्याओं पर ध्यान नहीं देती हैं, तो आगामी चुनाव में इसका असर उनके पक्ष में नहीं होगा।
इस घटना ने यह भी दर्शाया कि सोशल मीडिया का प्रभाव अब राजनीति में बहुत बढ़ गया है। केवल कुछ मिनट में वायरल हो जाने वाला वीडियो पूरे विधानसभा क्षेत्र में चर्चा का विषय बन सकता है। जनता अब केवल स्थानीय मीडिया पर भरोसा नहीं करती, बल्कि सोशल मीडिया के माध्यम से सीधे अपनी आवाज उठाती है।
ग्रामीणों की नाराजगी के बावजूद स्थानीय लोग स्थिति को शांत कराने में सक्रिय भूमिका निभाई। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि जनता अब केवल चुनावी वादों पर विश्वास नहीं करती, बल्कि धरातल पर विकास की मांग कर रही है। विधायक दामोदर रावत के लिए यह एक चेतावनी है कि आगामी दिनों में उन्हें क्षेत्र के विकास कार्यों पर विशेष ध्यान देना होगा।
समग्र रूप से, झाझा विधानसभा क्षेत्र की यह घटना न केवल स्थानीय राजनीति में चर्चा का विषय बनी है, बल्कि यह पूरे जिले में विकास और जनसंपर्क की वास्तविकता को उजागर करती है। विधायक दामोदर रावत की चुनौती अब यह है कि वे जनता की उम्मीदों पर खरे उतरें और आगामी दिनों में क्षेत्र में विकास कार्यों को गति दें।