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22-Oct-2025 01:10 PM
By First Bihar
Chhath Puja : दिल्ली में इस बार छठ महापर्व अभूतपूर्व भव्यता और दिव्यता के साथ मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि “जितनी भव्य दिवाली रही, उतनी ही दिव्य और अद्भुत छठ पूजा होगी।” उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार इस वर्ष छठ पर्व को लेकर विशेष तैयारियां कर रही है। यमुना किनारे 17 अत्याधुनिक घाट तैयार किए जा रहे हैं, वहीं पूरे शहर में 1000 से अधिक स्थलों पर छठ पूजा के आयोजन होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश से जुड़े लाखों लोगों के लिए छठ पूजा आस्था, अनुशासन और शुद्धता का प्रतीक है। इसलिए दिल्ली सरकार ने इस बार इसे भव्य और सुरक्षित ढंग से मनाने की पूरी तैयारी कर ली है। उन्होंने कहा कि “सरकार की ओर से न केवल यमुना के तट पर, बल्कि पूरे शहर में श्रद्धालुओं के लिए साफ-सफाई, टेंट, बिजली, जल, और शौचालय जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।”
रेखा गुप्ता ने कहा कि लंबे समय से यमुना किनारे छठ पूजा पर लगा प्रतिबंध अब समाप्त कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि “वर्षों से यमुना किनारे छठ पर्व मनाने पर रोक थी, लेकिन हमारी सरकार ने उस प्रतिबंध को हटा दिया है। अब श्रद्धालु पूरे उत्साह के साथ वहां छठ का व्रत कर सकेंगे।” उन्होंने आगे कहा कि “हम पल्ला से कालिंदी तक 17 स्थानों पर मॉर्डन छठ घाट बना रहे हैं, जिनमें सभी आवश्यक सुविधाएं होंगी — जैसे साफ पानी, रोशनी, सुरक्षा व्यवस्था और मंच सज्जा।”
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि पिछले वर्ष जहां केवल 929 स्थानों पर छठ पूजा आयोजित की गई थी, वहीं इस बार 1000 से अधिक स्थलों पर पूजा का आयोजन होगा। उन्होंने कहा कि लोगों की भागीदारी को देखते हुए सरकार ने आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाया है, और अब तक 1000 से अधिक आयोजनों की अनुमति मिल चुकी है।
छठ पर्व की सांस्कृतिक महत्ता पर बोलते हुए रेखा गुप्ता ने कहा कि यह पर्व न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक एकता और पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक भी है। “छठ हमें अनुशासन, समर्पण और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता सिखाता है,” उन्होंने कहा। मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली के सभी जिलों में कम से कम एक मॉर्डन छठ घाट विकसित किया जाएगा। इन घाटों पर श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए आकर्षक फूलों के गेट, रंगीन रोशनी और सजावट की जाएगी।
सरकार की ओर से छठ व्रतियों के लिए चाय और पानी की व्यवस्था भी की जा रही है ताकि व्रती और उनके परिवार को किसी प्रकार की असुविधा न हो। मुख्यमंत्री ने कहा, “हम चाहते हैं कि कोई भी व्रती या श्रद्धालु असुविधा महसूस न करे। सरकार हर स्तर पर मदद करेगी।”
छठ पर्व के दौरान सांस्कृतिक माहौल को जीवंत बनाने के लिए सरकार की ओर से विशेष कार्यक्रमों की भी योजना बनाई गई है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस बार 200 से अधिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा जिनमें मैथिली, भोजपुरी और मगही भाषा के लोकगीत, नृत्य और नाट्य प्रस्तुतियां शामिल होंगी। उन्होंने कहा कि “यह पहली बार होगा जब छठ पर्व के अवसर पर इतनी बड़ी सांस्कृतिक झलक देखने को मिलेगी। हमारा लक्ष्य है कि दिल्ली में रहने वाला हर व्यक्ति छठ की भावना को महसूस कर सके।”
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली के सभी विभागों को निर्देश दिया है कि वे समन्वय बनाकर छठ पर्व को सफल और सुरक्षित तरीके से संपन्न कराएं। उन्होंने दिल्ली पुलिस और आपदा प्रबंधन टीमों से भी अपील की कि घाटों पर विशेष चौकसी बरती जाए। वहीं, दिल्ली नगर निगम और जल बोर्ड को सफाई और जलापूर्ति की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
उन्होंने जनता से अपील की कि वे स्वच्छता बनाए रखें और यमुना की पवित्रता को नुकसान न पहुंचाएं। “हम सभी का कर्तव्य है कि इस पवित्र अवसर पर अपने पर्यावरण का सम्मान करें। यमुना हमारी जीवनरेखा है, इसे साफ रखना हम सबकी जिम्मेदारी है,” मुख्यमंत्री ने कहा।
दिल्ली में इस वर्ष छठ पूजा 25 अक्टूबर से शुरू होकर 28 अक्टूबर तक चलेगी। नहाय-खाय से लेकर उगते सूर्य को अर्घ्य देने तक सभी प्रमुख कार्यक्रमों के लिए विस्तृत सुरक्षा और यातायात योजनाएं तैयार की जा रही हैं। सरकार ने संबंधित विभागों को आदेश दिया है कि भीड़ प्रबंधन और महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि इस बार का छठ महापर्व दिल्ली में न केवल आस्था का प्रतीक बनेगा बल्कि यह देश की संस्कृति और एकता की मिसाल भी पेश करेगा। उन्होंने कहा, “दिल्ली में रहने वाला हर व्यक्ति चाहे किसी भी राज्य से आया हो, इस बार छठ पर्व के माध्यम से उसे घर जैसा एहसास होगा।”
इस प्रकार दिल्ली में छठ पूजा को लेकर तैयारियां अपने चरम पर हैं। रेखा गुप्ता सरकार की यह कोशिश राजधानी को एक संवेदनशील, धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में प्रस्तुत करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।