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31-Jul-2025 10:34 PM
By First Bihar
GOPALGANJ: गोपालगंज से इस वक्त की एक बड़ी खबर सामने आ रही है। जिले के कुचायकोट थाना क्षेत्र में पुलिस ने नकली नोटों के एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। कार्रवाई के दौरान पुलिस ने 500-500 रुपए के कुल 55 जाली नोट बरामद किए हैं, और साथ ही पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से पांच मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं, जिनका उपयोग यह गिरोह आपसी संपर्क और लेनदेन के लिए कर रहा था।
पुलिस का दावा है कि ये आरोपी नकली नोटों का प्रयोग खुले बाजार में बड़े पैमाने पर कर रहे थे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंच सकता था। दरअसल, इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब कुचायकोट थाना अध्यक्ष आलोक कुमार को गुप्त सूचना मिली कि थाना क्षेत्र के बाजार इलाके में नकली करेंसी का लेनदेन धड़ल्ले से किया जा रहा है। सूचना मिलते ही पुलिस ने छापेमारी की योजना तैयार की और इलाके में निगरानी बढ़ा दी गई। इसी क्रम में पुलिस ने एक युवक संदीप कुमार को संदेह के आधार पर पकड़ा। जब उससे गहन पूछताछ की गई, तो कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए। संदीप कुमार ने स्वीकार किया कि वह नकली नोटों के गिरोह से जुड़ा है और इस गोरखधंधे में चार अन्य साथी भी सक्रिय रूप से शामिल हैं। संदीप की निशानदेही पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बाकी चार लोगों को भी गिरफ्तार कर लिया।
इस संबंध में मुख्यालय डीएसपी विजय कुमार मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया :- “गुप्त सूचना मिलते ही कुचायकोट थाना अध्यक्ष आलोक कुमार ने तत्काल टीम बनाकर कार्रवाई की। संदीप कुमार की गिरफ्तारी के बाद जब उससे गहराई से पूछताछ की गई, तो बाकी चार अभियुक्तों के नाम उजागर हुए। सभी की गिरफ्तारी हो चुकी है। पूछताछ जारी है और यह आशंका है कि इस नेटवर्क में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।” गोपालगंज पुलिस की इस कार्रवाई से साफ है कि नकली नोटों का यह गिरोह सुनियोजित तरीके से बाजार में जाली करेंसी चला रहा था, जिससे न केवल आम लोगों को नुकसान हो सकता था, बल्कि यह अर्थव्यवस्था के लिए भी बड़ा खतरा बन सकता था।
पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि :- ये नकली नोट कहां से लाए जा रहे थे? क्या यह नेटवर्क जिले तक ही सीमित था या दूसरे राज्यों से भी जुड़ा है? गिरोह का मास्टरमाइंड कौन है? फिलहाल पुलिस ने बरामद मोबाइलों की टेक्निकल जांच शुरू कर दी है और डिजिटल क्लू के आधार पर नेटवर्क के विस्तार की जांच की जा रही है। अगर अन्य लोगों की संलिप्तता सामने आती है, तो उनके खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। तो कुल मिलाकर गोपालगंज पुलिस की इस सक्रियता और सजगता ने नकली नोटों के गिरोह को बेनकाब कर एक बड़ी साजिश को नाकाम किया है। ऐसे समय में जब चुनाव नजदीक हैं और बाजार में लेनदेन तेज होता है, यह कार्रवाई बेहद अहम मानी जा रही है।
नमो नारायण मिश्र की रिपोर्ट