ब्रेकिंग न्यूज़

बिहार स्वास्थ्य विभाग में बड़ी प्रोन्नति: 1,222 डॉक्टरों को ACP–DACP लाभ, सूची वेबसाइट पर जारी गोपालगंज में बुलडोजर एक्शन: सड़कों को कराया गया अतिक्रमण मुक्त Traffic Challan: मनमाने ढंग से काटे जा रहे ट्रैफिक चालान के खिलाफ HC में याचिका दायर, पटना हाई कोर्ट ने बिहार सरकार से मांगा जवाब Traffic Challan: मनमाने ढंग से काटे जा रहे ट्रैफिक चालान के खिलाफ HC में याचिका दायर, पटना हाई कोर्ट ने बिहार सरकार से मांगा जवाब Patna School News: खतरे में पटना के 67 प्राइवेट स्कूलों का रजिस्ट्रेशन, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दिए जांच के दिए आदेश Patna School News: खतरे में पटना के 67 प्राइवेट स्कूलों का रजिस्ट्रेशन, जिला शिक्षा पदाधिकारी ने दिए जांच के दिए आदेश BPSC 70वीं मेंस परीक्षा का रिजल्ट जारी, 5,401 अभ्यर्थी हुए सफल BIG BREAKING: नितिन नबीन के इस्तीफे के बाद दिलीप जायसवाल और विजय कुमार सिन्हा को मिली बड़ी जिम्मेदारी Bihar Crime News: DIG के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर ठगी, पुलिस ने साइबर क्रिमिनल को राजस्थान से किया अरेस्ट Bihar Crime News: DIG के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर ठगी, पुलिस ने साइबर क्रिमिनल को राजस्थान से किया अरेस्ट

BIHAR: सरकारी योजनाओं की खुली पोल: तटबंध मरम्मत में नाबालिग बच्चों से कराया जा रहा काम

बैरगनिया के बागमती परियोजना क्षेत्र में तटबंध मरम्मत का कार्य नाबालिग बच्चों से कराया जा रहा है। वायरल तस्वीरों में मासूम बच्चे बोरे में मिट्टी भरते नजर आए, जिससे सरकारी तंत्र की लापरवाही उजागर हुई है।

bihar

14-Jun-2025 02:30 PM

By First Bihar

SITAMARHI: सीतामढ़ी जिले के बैरगनिया रिंग बांध में जल संसाधन विभाग द्वारा तटबंध की मरम्मत का काम कराया जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि इस महत्वपूर्ण कार्य में मजदूरों की जगह नाबालिग बच्चों से काम करवाया जा रहा है। बैरगनिया तटबंध के परसौनी पंचायत अंतर्गत बागमती परियोजना की वायरल हो रही वीडियो में मासूम बच्चे बोरे में मिट्टी भरते और ढोते नजर आ रहे हैं।


जहाँ एक ओर सरकार बाल मजदूरी को खत्म करने की दिशा में कानून बना रखी है, तो वहीं दूसरी ओर सरकारी योजनाओं में ही बाल मजदूरी को रोकने के लिए बने नियमों की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं। यह दृश्य न केवल बाल अधिकारों का उल्लंघन है, बल्कि प्रशासन की लापरवाही को भी उजागर करता है।


स्थानीय लोगों की माने तो काम की निगरानी करने वाला कोई जिम्मेदार अधिकारी मौके पर मौजूद नहीं था। बच्चों को बिना किसी सुरक्षा उपकरण के जोखिमभरे कार्य में लगाया गया है, जो पूरी तरह से गैरकानूनी है।अब सवाल यह उठता है कि क्या जल संसाधन विभाग इस मामले में कोई जवाबदेही तय करेगा? और क्या बाल श्रम कानून का उल्लंघन करने वालों पर कोई कार्रवाई होगी?