ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Surveillance Raids: सुबह सुबह निगरानी विभाग की रेड, शिक्षा विभाग के डिप्टी डायरेक्टर वीरेंद्र नारायण के कई ठिकानों पर चल रही छापेमारी, जानिए क्या है पूरा Nepal Political Crisis: 8 साल पहले महाभियोग झेलीं सुशीला कार्की, अब बनेंगी नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री; जान लें... क्या है इनकी कहानी Bihar Election 2025 : कांग्रेस ने फिर तेजस्वी को CM पद का दावेदार मानने से इनकार किया, कहा - जनता करेगी फैसला, सीट शेयरिंग में मनपसंद क्षेत्र चाहिए Bihar Crime News: बिहार में अब हाईस्कूल के गार्ड को मारी गोली, चारो अपराधी फरार.. BSEB : इंटर परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, यह है लास्ट डेट; वोकेशनल कोर्स के लिए भी शुरू हुई प्रक्रिया Devi Bhojpuri Singer: भोजपुरी सिंगर देवी बनीं सिंगल मदर, कहा- "अब सब कुछ मिल गया" Railway News : रेलवे का बड़ा फैसला: पटना-कोलकाता गरीब रथ एक्सप्रेस का नाम बदला, जानिए नया रुट और टाइमिंग BPSC Bihar Govt Job 2025: बिहार नगर विकास विभाग में निकली बंपर वैकेंसी, BPSC भर्ती नोटिफिकेशन जारी; जानिए... पूरी डिटेल Cyber Crime: EOU की जांच में चौंकाने वाला खुलासा, बिहार से ऑपरेट हो रहा था अंतरराज्यीय आधार फ्रॉड; तीन गिरफ्तार Bihar Weather: बिहार के कई जिलों में आज बारिश की संभावना, IMD ने जारी किया अलर्ट

IAS Sanjeev Hans: संजीव हंस की मुश्किलें बढ़ी, नए मुकदमे की तैयारी;नीतीश सरकार के पास पहुंचा लेटर

IAS Sanjeev Hans : भारतीय प्रशासनिक सेवा के निलंबित अधिकारी संजीव हंस (IAS Sanjeev Hans) की मुश्किलें कम नहीं हो रही। भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद संजीव पर अब मनी लॉन्ड्रिंग का नया मामला दर्ज करने की तैयारी है।

Ias sanjeev Hans

23-Apr-2025 07:55 AM

By First Bihar

IAS Sanjeev Hans : भारतीय प्रशासनिक सेवा के निलंबित अधिकारी संजीव हंस (IAS Sanjeev Hans) की मुश्किलें कम नहीं हो रही।अब जेल में बंद संजीव पर मनी लॉन्ड्रिंग का नया मामला दर्ज करने की तैयारी शुरू हो गई है।


जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार द्वारा मुकदमा चलाने की अनुमति के बाद नई प्राथमिकी की तैयारी है। हालांकि, यह प्राथमिकी प्रवर्तन निदेशालय, आर्थिक अपराध इकाई या फिर विशेष निगरानी इकाई में कौन सी एजेंसी दर्ज करेगी यह साफ नहीं। सरकार ने इस पर महाधिवक्ता और विधि विभाग से परामर्श मांगा है।


केंद्र की हंस पर मुकदमा चलाने की अनुमति के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस संबंध में राज्य सरकार को पत्र भेजा है। हालांकि, गृह विभाग इस बारे में कुछ भी बोलने से परहेज कर रहा है।


वहीं, हंस के साथ ही करीब दर्जन भर अधिकारी भी जांच एजेंसियों के निशाने पर हैं। इनमें कुछ अधिकारियों का संबंध टेंडर घोटाले से रहा है। जिनके बारे में केंद्रीय जांच एजेंसी को 27 मार्च को पटना में सात स्थानों पर की गई छापेमारी में प्रमाण मिले थे।


इधर, सूत्रों की माने तो प्रवर्तन निदेशालय में हंस के साथ जिन अधिकारियों पर कार्रवाई की अनुशंसा की है उनमें पटना के एक नामी ठेकेदार का नाम भी शामिल है। जिसकी कई अधिकारियों के यहां सीधी पहुंच है। महाधिवक्ता और विधि विभाग की राय मिलने के बाद ही साफ होगा कि कौन सी एजेसी मुकदमा दर्ज करेगी