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15-Jun-2025 02:00 PM
By First Bihar
Bihar News: पटना के दानापुर में शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार किए गए महादलित युवक सुनील मांझी की शनिवार देर रात PMCH में इलाज के दौरान मौत हो गई है। परिजनों ने पुलिस और जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए रविवार सुबह दानापुर उपकारा और थाना पर जमकर हंगामा किया है।
दानापुर थाना पुलिस ने 9 जून की शाम सुनील मांझी और घमंडी मांझी को शराब पीने के आरोप में गिरफ्तार किया था। सुनील की पत्नी ने बताया कि उनके पति को फेफड़े की बीमारी थी और 10 जून को जेल भेजने से पहले थाना गेट पर वह बेहोश होकर गिर पड़े थे। इसके बावजूद पुलिस ने उनका इलाज कराने के बजाय दोनों को न्यायिक हिरासत में दानापुर उपकारा भेज दिया।
उपकारा अधीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि 10 जून को दोनों आरोपियों को उत्पाद अधिनियम के तहत जेल लाया गया था। सुनील की तबीयत बिगड़ने पर जेल के चिकित्सक ने उनका इलाज किया और 14 जून को हालत गंभीर होने पर उन्हें दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां से उन्हें PMCH रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
सुनील की पत्नी ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने शराब मामले में गिरफ्तार छह लोगों में से चार को पैसे लेकर छोड़ दिया, लेकिन सुनील और घमंडी को 2,000 रुपये न देने के कारण जेल भेजा गया। परिजनों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही और जेल में उचित इलाज न मिलने से ही सुनील की मौत हुई।
सुनील की मौत की खबर मिलते ही रविवार सुबह परिजनों और ग्रामीणों ने दानापुर उपकारा गेट पर हंगामा शुरू कर दिया। उपकारा प्रशासन ने इसे थाना का मामला बताकर पल्ला झाड़ लिया, जिसके बाद परिजन दानापुर थाना पहुंचे और नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। जिसके बाद पुलिस ने उन्हें समझाते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
रिपोर्ट: मनोज कुमार