Bihar Teacher News: चुनाव से पहले राज्य सरकार का मास्टरस्ट्रोक, बिहार के इतने शिक्षकों के वेतन में होगी बढ़ोतरी PATNA METRO : 'पटना मेट्रो में आपका स्वागत है ...', राजधानी के लोगों को मिली बड़ी सुविधा, इस रूट पर दौड़ने लगी ट्रेनें Bihar Assembly Election: Election से पहले जानिए EVM की कहानी: कब और कैसे हुई थी शुरुआत? BIHAR ELECTION : बिहार को लेकर आयोग आज कर सकता है तारीखों का एलान, लागू होंगे 17 नए बदलाव Patna News: पटना में मॉर्निंग वॉक के दौरान रिटायर्ड कर्मचारी से लूट, पुलिस जांच में जुटी Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में 243 विधानसभा क्षेत्रों में कब हुई थी वोटिंग ? जानें पूरा शेड्यूल UPI ID Setting: अब आप खुद के पसंद से कर सकते हैं UPI ID सेट, जानें... कैसे? Bihar Politics: दो दिनों के बाद भी बिहार BJP की बैठक में कैंडिडेट के नाम को लेकर नहीं बन सकी सहमती,अब दिल्ली में बनेगी फाइनल लिस्ट Bihar Police: क्या आप भी पुलिस में बहाल होने के लिए देख रहे हैं सपने? ऐसे भरें फॉर्म; जानें पूरी डिटेल Bihar News: बिहार के इस जिले को मिला विकास की गति, बनेगा दो फोरलेन सड़क
06-Oct-2025 08:47 AM
By First Bihar
Bihar News: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में गर्भवती महिलाओं के लिए एक अच्छी खबर है। यहां सुरक्षित प्रसव और सी-सेक्शन जैसी सुविधाओं को मजबूत करने के लिए नौ रेफरल यूनिट बनाने का प्लान है। अभी तो पूरे जिले से मरीजों को सदर अस्पताल ही आना पड़ता है, जिससे घंटों की दौड़-भाग और परेशानी होती है। लेकिन अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को अपग्रेड करके ब्लड स्टोरेज यूनिट लगाई जाएंगी, ताकि इमरजेंसी में खून की कमी न हो। इसके लिए नौ जगहें चिन्हित हो चुकी हैं जिनमें शामिल हैं सदर अस्पताल, मीनापुर, कुढ़नी, साहेबगंज, पारू, गायघाट, औराई, मुरौल और सकरा। इससे ग्रामीण इलाकों की महिलाओं को पास ही इलाज मिलेगा और उनकी जान जोखिम में नहीं पड़ेगी।
ये यूनिट सिर्फ प्रसव के लिए ही नहीं बल्कि ऑपरेशन के दौरान जरूरी खून की उपलब्धता के लिए भी तैयार की जा रही हैं। हर रेफरल यूनिट को दो-दो अन्य पीएचसी से जोड़ा जाएगा, जहां से मरीज सीधे यहां रेफर होंगे। ब्लड स्टोरेज की देखभाल के लिए डॉक्टरों और लैब टेक्नीशियनों को स्पेशल ट्रेनिंग दी जाएगी। हर महीने इस सिस्टम की रिव्यू भी होगी, ताकि कोई कमी न रहे। स्थानीय लोग कहते हैं कि ये बदलाव जिंदगियां बचाएगा, क्योंकि पहले छोटी-मोटी दिक्कत पर भी सदर अस्पताल पहुंचना मुश्किल होता था।
साथ ही सदर अस्पताल को मॉडल बनाने की दिशा में भी कदम उठाए जा रहे हैं। यहां पाइपलाइन से ऑक्सीजन सप्लाई लगेगी, एक्स-रे की सुविधा रहेगी और पूरा परिसर एसी वाला हो जाएगा। रोगी कल्याण समिति की मीटिंग में ये फैसले लिए गए हैं। निबंधन काउंटर और दवा वितरण को बड़ा किया जाएगा, ताकि मरीजों को इधर-उधर न भटकना पड़े। सीटी स्कैन जैसी चीजें भी एक ही छत के नीचे मिलेंगी। इससे न केवल समय बचेगा बल्कि इलाज की क्वालिटी भी सुधरेगी।