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चाइल्ड हेल्पलाइन ऑफिस बना अश्लीलता का अड्डा? महिला काउंसलर ने लगाए गंभीर आरोप

जमुई चाइल्ड हेल्पलाइन में तैनात महिला काउंसलर ने साथ काम करने वाले पुरुषों पर पोर्न वीडियो देखने, ऑफिस में चड्डी पहनकर घूमने, जातिसूचक गालियां देने और मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया है। 6 महीने से शिकायत के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गयी।

BIHAR

24-Jun-2025 07:19 PM

By Dhiraj Kumar Singh

JAMUI: जमुई चाइल्ड हेल्पलाइन की महिला काउंसलर ने साथ काम करने वाले स्टाफ पर गंभीर आरोप लगाया है। चाइल्ड हेल्पलाइन की अकेली महिला कर्मी पूजा भारती ने बड़ा खुलासा किया है। महिला कर्मी का आरोप है कि जमुई चाइल्ड हेल्पलाइन कार्यालय में काम करने वाले पुरुष कर्मचारी ऑफिस के लैपटॉप पर पोर्न वीडियो देखते हैं। चड्डी पहनकर कार्यालय में घूमते हैं। इसका विरोध करने पर महिला पर जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल किया जाता है। महिला ने इस बात की शिकायत एक नहीं कई बार अधिकारियों से की लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया। 6 महीने से वो कार्रवाई के लिए कार्यालय का चक्कर काट रही है। कार्यालय में चड्डी पहनकर घूमते कर्मी का सीसीटीवी फुटेज अब सामने आ गया है। 


जमुई जिले के चाइल्ड हेल्पलाइन कार्यालय में कार्यरत महिला काउंसलर पूजा भारती ने अपने सहकर्मियों और वरीय अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए पूरे महकमे को कटघरे में खड़ा कर दिया है। पूजा भारती का कहना है कि कार्यालय में अश्लीलता, जातिगत अपमान और मानसिक उत्पीड़न जैसी घटनाएं आम हो गई हैं, जिनका विरोध करने पर उन्हें ही प्रताड़ित किया जाने लगा।


पूजा भारती ने आरोप लगाया कि सहकर्मी दिलखुश कुमार, मुन्ना कुमार, जितेंद्र कुमार और दीपक कुमार कार्यस्थल पर अश्लील वीडियो देखते हैं, गाली-गलौज करते हैं और जातिसूचक शब्दों से उनका अपमान करते हैं। उन्होंने कहा कि इस बारे में जब शिकायत की गई तो जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक सूरज कुमार और सीपीओ बलवीर चंद ने कार्रवाई करने के बजाय उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।


महिला काउंसलर ने बताया कि उन्हें "चमार जाति की" जैसे अपमानजनक शब्दों से बार-बार संबोधित किया गया। निजी जीवन में तलाक की स्थिति को लेकर भी अभद्र टिप्पणियां की गईं। इतना ही नहीं, उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाकर एक पत्र तैयार किया गया जिसे सोशल मीडिया, मोहल्ले और कार्यालय में फैला कर उन्हें बदनाम करने की साजिश रची गई।


पूजा भारती ने इस संबंध में 20 नवम्बर 2024 को एससी-एसटी थाना, में एडीसीपी सूरज कुमार और सीपीओ बलवीर चांद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है और साथ ही राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग, नई दिल्ली में भी मामला पंजीकृत कराया है। उनका आरोप है कि प्रशासनिक रसूख के चलते अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है, जबकि मामला करीब छह महीने पुराना है। उन्होंने दावा किया कि उनके पास वीडियो सबूत भी हैं, जिसमें सहकर्मियों को कंप्यूटर पर पोर्न वीडियो देखते हुए देखा जा सकता है। ये प्रमाण संबंधित अधिकारियों को सौंपे जा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई है।


मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर पूजा भारती ने आत्महत्या करने की सोच ली। लेकिन परिवारवालों का चेहरा सामने आ गया जिसके कारण उसने यह कदम नहीं उठाया और न्याय की गुहार लगाने के लिए अधिकारियों के पास पहुंच गयी।  उन्होंने थाना प्रभारी, मीडिया और उच्च प्रशासनिक अधिकारियों से निष्पक्ष जांच की मांग की है ताकि दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो और कार्यालय का माहौल सुरक्षित बनाया जा सके। ऑफिस में अश्लील हरकत करने मामले में में प्रतिक्रिया देते हुए एडीसीपी सूरज कुमार ने कहा कि उन्हें इस संबंध में एक आवेदन प्राप्त हुआ था, जिसे संबंधित संस्था ‘उर्मिला’ को अवगत करा दिया गया है। उन्होंने बताया कि सभी कर्मचारियों को चेतावनी देकर छोड़ा गया है और भविष्य में किसी भी तरह की गलती पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, सदर एसडीपीओ सतीश सुमन ने बताया कि एक वर्ष पूर्व  इस मामले में एससी-एसटी थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसकी जांच अब भी चल रही है।