ब्रेकिंग न्यूज़

मुंगेर में चुनाव से पहले 1.72 किलो चांदी जब्त, फ्लाइंग स्क्वॉड टीम की बड़ी कार्रवाई मोतिहारी में चिकन पार्टी के बहाने युवक की हत्या, नेपाल से दो आरोपी गिरफ्तार मुंगेर में चुनाव से पहले अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 15 निर्मित और 8 अर्धनिर्मित पिस्टल के साथ दो गिरफ्तार जमुई में हाई-वोल्टेज ड्रामा: 80 दिन से फरार पति प्रेमिका संग घर लौटा, पहली पत्नी ने थाने में दर्ज करायी शिकायत BIHAR NEWS : रुपए के लेन-देन में महिला के सिर में मारी गोली, शव को सड़क किनारे खेत में फेंका BIHAR NEWS : सुपौल में नदी में नहाते समय किशोरी की दर्दनाक मौत, मातम का माहौल Bihar Assembly Elections : मांझी का सीट हुआ लॉक,फाइनल कर वापस लौट रहे पटना ;जल्द जारी होगा कैंडिडेट का नाम Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें Diwali 2025: दूर कर लें कंफ्यूजन! 20 या 21 अक्टूबर कब है दीपावली? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय

Bihar News: स्वस्थ भारत की ओर कदम, कहलगांव में ऐतिहासिक स्थल पर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह

Bihar News: कहलगांव में पहली बार ऐतिहासिक विक्रमशिला विश्वविद्यालय परिसर में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग शिविर का आयोजन किया जाएगा।

Bihar News

20-Jun-2025 07:26 PM

By Ganesh Samrat

Bihar News: कहलगांव के प्रख्यात चिकित्सक स्वर्गीय डॉक्टर दिगम्बर प्रसाद के पुत्र चंदन चंद्राकर उर्फ चंदन कुशवाहा द्वारा इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कहलगांव स्थित ऐतिहासिक विक्रमशिला विश्वविद्यालय परिसर में योग कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।


चंदन चंद्राकर भूतपूर्व बैंक अधिकारी और केंद्रीय सेवा में कार्यरत रह चुके हैं। उन्होंने सरकारी नौकरी से त्यागपत्र देकर अब पूर्णतः जनसेवा को समर्पित जीवन अपना लिया है और कहलगांव में सक्रिय रूप से सामाजिक कार्यों में लगे हुए हैं। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से ‘करो योग, रहो निरोग’ अभियान के तहत वे प्रतिवर्ष दो बार स्वास्थ्य शिविर आयोजित करते हैं।


इस बार पहली बार वे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में एक बड़ा आयोजन कर रहे हैं। विशेष बात यह है कि यह आयोजन पहली बार विक्रमशिला विश्वविद्यालय के ऐतिहासिक प्रांगण में होने जा रहा है, जो स्वयं में एक महत्वपूर्ण और गौरवपूर्ण पहल है।