PATNA : लॉकडाउन में पहली बार पैसेंजर्स को लेकर कोई ट्रेन बिहार पहुंचने वाली है। जयपुर से बिहारियों को लेकर चली यह ट्रेन आज दोपहर पटना के दानापुर स्टेशन पहुंचेगी जिसको लेकर वहां प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई है। जयपुर से चली यह ट्रेन लगभग दोपहर 12:45 बजे दानापुर पहुंचेगी। 24 डिब्बों वाली इस ट्रेन में तकरीबन 1100 यात्री सवार हैं।इधर पटना जिला प्रशासन के इन्हें क्वारेंटाइन करने की पूरी व्यवस्था कर ली है।
पटना जिला प्रशासन ने दूसरे राज्यों से आने वाले मजदूरों के लिए जिला में 99 क्वारंटाइन सेंटर तैयार किये है। सभी मजदूरों को यहां 21 दिन तक क्वारेंटीन किया जाएगा। पटना सदर की बात करें तो 7 क्वारंटाइन सेंटर बनाये गए है। जिनमें गर्दनीबाग बालिका उच्च विद्यालय, गर्दनीबाग बालक उच्च विद्यालय, कमल नेहरू उच्च विद्यालय, कॉमर्स कॉलेज पटना, बांकीपुर गर्ल्स स्कूल पटना और राजेन्द्र नगर बालक उच्च विद्यालय में बनाये गए क्वारंटाइन सेंटर शामिल हैं।
बाहर से जितने भी मजदूर पटना पहुंचेगे, पहले उनकी मेडिकल स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके लिए दानापुर जंक्शन के ठीक बगल में स्थित रेलवे हाई स्कूल में स्क्रीनिंग सेंटर बनाया गया है। वहीं, जिला प्रशासन ने फैसला लिया है कि कोटा सहित अन्य राज्यों से आने वाले छात्रों को क्वारंटाइन सेंटर में नहीं रखा जाएगा, बल्कि उन्हें होम क्वारंटाइन किया जाएगा. सभी छात्र 21 दिन तक घरों में क्वारंटाइन रहेंगे।
दूसरे राज्यों से पटना पहुंचने वाले मजदूरों को उनके जिलों तक पहुंचाने के लिए दानापुर जंक्शन पर 150 बसें लगायी गयी हैं। सभी मजदूरों को स्क्रीनिंग करने के बाद उसके जिला मुख्यालयों तक भेज जायेगा। वहां से संबंधित जिला प्रशासन की जिम्मेदारी होगी कि लोगों के प्रखण्डों में बने क्वारंटाइन सेंटर तक पहुंचाये। वहीं, मजदूरों को प्रखण्डों में बने क्वारंटाइन सेंटर तक ले जाने और वहां क्वारंटाइन करने और सभी सुविधाएं मुहैया कराने की जिम्मेदारी SDO को दी गई है। संबंधित अनुमंडल के SDO सभी सुविधाओं की मॉनिटरिंग करेंगे।
आपको बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कल ही यह गाइडलाइन जारी किया था कि रेलवे के जरिए बाहर फंसे लोगों को उनके घरों तक पहुंचाया जाएगा। गृह मंत्रालय के इस गाइडलाइन के तुरंत बाद रेलवे ने श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने का ऐलान किया। पटना के लिए चली ट्रेन जयपुर से खुली है। जयपुर से चलने वाली श्रमिक स्पेशल में जो लोग सवार हैं। उनके लिए यह बेहद खुशी का पल है लगभग 40 दिनों तक लॉकडाउन में फंसे होने के बाद आखिरकार वह अपने घर के लिए निकल पड़े हैं।