ब्रेकिंग न्यूज़

शिवहर में शादी की खुशियां पलभर में मातम में बदली, गैस सिलेंडर ब्लास्ट से पंडाल समेत लाखों की संपत्ति जलकर राख Bihar: शादी में नर्तकियों के बीच हर्ष फायरिंग करना पड़ गया महंगा, वीडियो वायरल होते ही पुलिस ने युवक को दबोचा वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने किया एलान, हमारी आगे की लड़ाई ‘गिनती के बाद हिस्सेदारी’ की जाकिर बन गया जगदीश: 8 मुसलमानों ने हिन्दू धर्म को अपनाया, हवन और वैदिक मंत्रोच्चारण से हुआ शुद्धिकरण HAJIPUR: जननायक एक्सप्रेस से 8 किलो अफीम बरामद, महिला समेत दो तस्कर गिरफ्तार ISM में वेदांता इंटरनेशनल और ICICI बैंक के कैंपस प्लेसमेंट ड्राइव 2025 का आयोजन, कई छात्र-छात्राओं का हुआ चयन Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. Indian Air Force: एक्सप्रेसवे पर वायुसेना दिखाएगी ताकत, राफेल-जगुआर और मिराज जैसे फाइटर जेट करेंगे लैंड; जानिए.. वक्फ बोर्ड बिल के विरोध में मुंगेर में शरारती तत्वों ने चलाया बत्ती गुल अभियान, डॉक्टर ने लाइट्स बंद नहीं किया तो जान से मारने की दी धमकी Bihar News: वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की दर्दनाक मौत, बारिश के दौरान हुआ हादसा

स्वदेशी जागरण मंच ने निर्मला सीतारमण की वित्त नीति का किया विरोध, 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के लिए विदेशी कर्ज लेना गलत

1st Bihar Published by: 3 Updated Wed, 17 Jul 2019 03:58:31 PM IST

स्वदेशी जागरण मंच ने निर्मला सीतारमण की वित्त नीति का किया विरोध, 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी के लिए विदेशी कर्ज लेना गलत

- फ़ोटो

DESK : मोदी सरकार 2.0 ने अपने पहले वही खाते में देश के सामने 5 ट्रिलियन डॉलर की इकनोमिक का लक्ष्य रखा। देश की पहली महिला वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने आप पहला बजट पेश करते हुए इस बात का जिक्र किया था लेकिन अब मोदी सरकार को संघ के एक प्रमुख सहयोगी संगठन का विरोध झेलना पड़ रहा है। स्वदेशी जागरण मंच ने 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनामी के लिए विदेश से कर लिए जाने के फैसले का विरोध किया है। स्वदेशी जागरण मंच ने कहा है कि विदेश से कर्ज लेना देश हित में नहीं होगा क्योंकि इससे राष्ट्र की अर्थव्यवस्था पर लंबे वक्त के लिए जोखिम खड़ा हो जाएगा। स्वदेशी जागरण मंच के संयोजक अश्विन महाराज ने कहा है कि वह सरकार के इस फैसले का विरोध करेंगे। आपको बता दें कि 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनामी के लिए मोदी सरकार को विदेशी कर्ज की आवश्यकता है। सरकार सॉवरेन बांड के तहत विदेश से कर्ज लेने पर विचार कर रही है जिसका स्वदेशी जागरण मंच ने खुलकर विरोध शुरू कर दिया है।