सहरसा: सृजन घोटाला मामले में CBI की रेड, हाथ नहीं आया बैंककर्मी संजय

सहरसा: सृजन घोटाला मामले में CBI की रेड, हाथ नहीं आया बैंककर्मी संजय

SAHARSA: बहुचर्चित सृजन घोटाला मामले की जांच के लिए सीबीआई आज सहरसा पहुंची। इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में सीबीआई की टीम न्यू कॉलनी स्थित मकान में छापेमारी कर संजय कुमार नामक व्यक्ति को तलाश कर रही थी। बताया जाता है कि मूल रूप से भागलपुर निवासी संजय कुमार बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा से जुड़ा हैं। जिनकी गिरफ्तारी को लेकर सीबीआई टीम सहरसा पहुंची थी।


जानकारी के अनुसार स्थानीय लोगों ने बताया कि सीबीआई टीम को संजय कुमार के घर में होने की जानकारी मिली थी। जिसके बाद सुबह करीब छह और सात बजे के बीच स्थानीय पुलिस के सहयोग से धावा बोला। घर का दरवाजा नहीं खुलने के बाद टीम चाहरदिवारी फांदकर अंदर प्रवेश किया। फिर दूसरे हिस्से से घर के अंदर प्रवेश किया लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। 


स्थानीय लोगों के अनुसार संजय शुक्रवार को देखा गया था कल भी टीम से जुड़े अधिकारी उसके घर पर पहुंचे थे। संजय के मौजूदगी की जानकारी मिलने की पुष्टि होने के बाद शनिवार को टीम पूरी तैयारी से कार्रवाई करने के लिए पहुंची थी लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। करीब दो घंटे की कार्रवाई के बाद टीम वापस लौट गई। कार्रवाई को लेकर मुहल्लेवासियों को पहले तो कुछ समझ नहीं आया।


बाद में लोगों को पता चला कि सीबीआई टीम थी। टीम बैंककर्मी के घर के अलावा उसके चिकित्सक पत्नी के क्लिनिक भी गई लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। कार्रवाई के संबंध में एसपी लिपि सिंह ने बताया कि स्थानीय पुलिस का सहयोग लिया गया था। सृजन घोटाले में सहरसा जिले में पहले भी कार्रवाई हो चुकी है। बीते फरवरी महीने में सृजन घोटाले में फरार रिटायर्ड अंकेक्षण पदाधिकारी सतीश कुमार झा को ढूंढ़ने सीबीआई टीम सहरसा पहुंची थी। 


दिल्ली मुख्यालय से आए सब इंस्पेक्टर सुरजीत सिंह ने चैनपुर स्थित पैतृक आवास पर सतीश के बारे में गांववालों से पूछताछ की। गांववालों ने सतीश या उसके परिवार के बारे में जानकारी होने से इनकार किया। इसके बाद अधिकारी ने पटना के सीबीआई कोर्ट से जारी इश्तेहार वारंट को उसके घर पर चिपका दिया। इससे पहले अगस्त 2017 में भी सृजन घोटाला की जांच के लिए सीबीआइ की टीम सहरसा पहुंची थी। 


टीम के सदस्यों ने समाहरणालय, सदर थाना सहित अन्य जगहों पर जाकर मामले की जानकारी लिया। समाहरणालय में जानकारी लेने के बाद टीम के सदस्य सदर थाना पहुंचे थे। जिला पदाधिकारी के निर्देश पर वरीय कोषागार पदाधिकारी राज कुमार ने सृजन महिला विकास समिति, भागलपुर की संचालिका मनोरमा देवी, बैंक ऑफ बड़ौदा सहरसा के तत्कालीन शाखा प्रबंधक एवं अन्य सहयोगी, बैंक ऑफ बड़ौदा भागलपुर के तत्कालीन शाखा प्रबंधक एवं अन्य सहयोगी, विशेष भू-अर्जन कार्यालय सहरसा के तत्कालीन पदाधिकारी जिनके हस्ताक्षर से राशि सृजन महिला विकास समिति के खाते में हस्तांतरित की गयी तथा रोकड़पाल एवं प्रधान सहायक पर सदर थाने में मामला दर्ज कराया था। इधर, जिले में अचानक CBI टीम की रेड को लेकर बाजार तरह तरह के चर्चाओं से गर्म है।