‘सारे मोदी चोर हैं’ मामले में सुशील मोदी ने कोर्ट में दर्ज कराया बयान, गवाही के बाद बोले.. कांग्रेस डूबता हुआ जहाज, नीतीश की नैया भी डूबेगी

‘सारे मोदी चोर हैं’ मामले में सुशील मोदी ने कोर्ट में दर्ज कराया बयान, गवाही के बाद बोले.. कांग्रेस डूबता हुआ जहाज, नीतीश की नैया भी डूबेगी

PATNA : लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान कर्नाटक में एक चुनावी सभा के दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने द्वारा कहा था कि ‘सारे मोदी चोर हैं’। राहुल गांधी के इस बयान के खिलाफ बीजेपी के कई नेताओं ने कड़ी आपत्ति जताते हुए उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने भी राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया था। इसी मामले में पटना की एमपी-एमएलए कोर्ट में आज उन्होंने अपना बयान दर्ज कराया। इस दौरान सुशील मोदी ने कहा कि कांग्रेस एक डूबता हुआ जहाज है और उनके साथ गठबंधन करने के बाद नीतीश कुमार की नैया भी डूबनी तय है।


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि राहुल गांधी अपने उस बयान से न सिर्फ उनकी क्षवि को धूमिल करने की कोशिश की बल्कि देश के सभी मोदी सरनेम वाले लोगों को अपमानित करने का काम किया है। सुशील मोदी ने बताया कि राहुल गांधी इस मामले में एक बार कोर्ट के समक्ष पेश हो चुके हैं और फिलहाल बेल पर हैं। उन्होंने कहा कि पटना से लेकर पूरे बिहार में राहुल गांधी के बयान के बाद लोग मोदी सरनेम वालों का मजाक उड़ा रहे थे। सुशील मोदी ने कहा कि राहुल गांधी इस बात से इनकार नहीं कर सकते कि उन्होंने सोरे मोदी को चोर कहा था। राहुल गांधी जैसे लोगों को सजा होनी चाहिए ताकि भविष्य में कोई व्यक्ति किसी के उपर ऐसी टिप्पणी नहीं करे।


वहीं उन्होंने गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस से इस्तीफा देने पर कहा कि कांग्रेस एक डूबता हुआ जहाज है और उस डूबते हुए जहाज को छोड़कर एक एक कर लोग चले जाएंगे। उसी कांग्रेस के साथ बिहार में नीतीश कुमार ने गठबंधन कर लिया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को लगता है कि डूबते हुए जहाज पर सवार हो जाएंगे तो हो सकता है कि प्रधानमंत्री बन जाएं लेकिन कांग्रेस के साथ जो भी जाएगा उसकी भी नैया डूबनी तय है, नीतीश कुमार को कोई बचा नहीं सकता है। 


उन्होंने कहा कि विधानसभा में अवध बिहार चौधरी के स्पीकर बनने के बाद जेडीयू की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। आरजेडी के सिर्फ पांच-छः विधायक चाहिए, स्पीकर उनका है। मांझी के चार लोग कभी भी पाला बदल सकते हैं। आरजेडी जेडीयू के केवल दो तीन विधायकों को भी तोड़ लेगा तो उनकी सदस्यता कोई खत्म नहीं कर सकता है, तो नीतीश कुमार अपनी पार्टी को बचाएं। नीतीश कुमार को लगता है कि तेजस्वी यादव आईआरसीटीसी घोटाले में जल्दी से जेल चले जाएं उसके बाद आरजेडी को तोड़ देंगे। दोनों ही दल एक दूसरे के दल को तोड़ने की फिराक में लगे हैं।